मुंगेली

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,4 सितंबर। महासमुंद ब्लॉक के ग्राम पंचायत चिंगरौद में ट्यूबवेल चलाने के लिए लगाया सोलर प्लेट आंधी तूफान में टूट गया है। इसके कारण बोर नहीं चल पा रहा है। ये स्थिति बीते एक साल से बनी हुई है। बावजूद इसको सुधारा नहीं गया है। बोर नहीं चलने से लोगों को पीने के लिए भटकना पड़ रहा है।
जानकारी अनुसार एक साल पहले गांव में पानी की समुचित व्यवस्था हो सके, इसके लिए राजिम जाने वाले मार्ग में सोलर प्लेट लगाया गया था। लगाने के कुछ महीने बाद आंधी तूफान से सोलर प्लेट उखड़ गया। जो अब अनुपयोगी हो रहा है। देखरेख के अभाव में प्लेट कीचड़ में पड़ा हुआ है। बावजूद ग्राम पंचायत के द्वारा इसकी अब तक मरम्मत नहीं कराया गया है।
सोलर प्लेट के पास ही ट्यूबवेल लगाया गया था, जो बंद पड़ा हुआ है। सोलर प्लेट से कनेक्शन कट जाने से अब ग्रामीणों को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है। इसके कारण लोगों को दूसरे मोहल्ले में पीने के लिए जाना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि सोलर प्लेट के उखडऩे की सूचना ग्राम पंचायत सचिव व सरपंच को दी गई। उनके द्वारा सुधारने की बात कही गई थी। लेकिन अब तक सुधारना तो दूर सोलर प्लेट को देखने तक कोई नहीं पहुंचा है।
गांव वालों का कहना है कि अब पीने के पानी के लिए दूसरे बस्ती की ओर जाना पड़ता है। वहां भी भीड़ के कारण इंतजार करना पड़ता है। इससे घर का काम प्रभावित होता है। ग्रामीणों ने बताया कि सबसे ज्यादा दिक्कतें गर्मी के दिनों में होती है। गांव के अधिकांश बोर सूख जाते हैं। इससे सोलर पंप से ही एकमात्र पानी मिल पाता है। उसे भी ठीक नहीं कराने से गर्मी के दिनों में जलसंकट की समस्या निर्मित होगी।
ग्रामीणों ने बताया कि जिस जगह ट्यूबवेल की खुदाई की गई है, वहां बोर में जंग लग गया है। आसपास कटीली झाडिय़ां उग आई है। देखरेख व साफ. सफाई नहीं होने से गली का गंदा पानी ट्यूबवेल के पास जमा रहता है।
पहले यहां साफ .सफाई थी। अब कीचड़ हो जाने के कारण आवागमन में परेशानी उठानी पड़ रही है। गली का पानी हमेशा बहता रहता है। सरपंच सचिव को बोलने के बाद मुरुम डालकर समतल नहीं कराया गया है। इससे ग्रामीणों में नाराजगी है।