मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेंद्रगढ़, 21 नवंबर। शनिवार सुबह जिला मुख्यालय मनेंद्रगढ़ के नजदीक ग्राम पंचायत चनवारीडांड़ में एनएच 43 किनारे जंगल में एक लावारिस नवजात झोली में मिली। सुबह-सुबह मॉर्निंग वॉक पर गए राहगीर शिशु की आवाज सुनकर झाड़ी के पास पहुंचे। जहां झोले में स्वस्थ्य, सुंदर नवजात शिशु रो रही थी।
मामले में सरपंच सोनू किन्नर सहित ग्रामवासियों को बुलाकर सौंप दिया गया। उसे तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टर्स की निगरानी में सेहत जांची गई। इस दौरान बिटिया पूरी तरह से स्वस्थ है। उसका वजन करीब तीन किलो मापा गया है। जहां बिटिया लावारिस हालत में जंगल की झाड़ी में मिली, वह इलाका भालू विचरण है। दिनदहाड़े भालू विचरण करते नजर आते हैं। मामले में बिटिया को लावारिस फेंकने के बाद शहरवासियों का दिल पसीज गया और जंगल में फेंकने वाले माता-पिता को कोस रहे हैं। साथ ही बिटिया को गोद लेने के लिए कई परिवार सामने आ चुके हैं। वहीं कोतवाली पुलिस भी विवेचना में जुट गई है।
बैकुंठपुर एसएनसीयू भेजने की तैयारी
सिद्धबाबा पहाड़ी के पास लावारिस मिली बच्ची के बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल बैकुंठपुर एसएनसीयू (विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई) भेजने की तैयारी है। दूसरी ओर पुलिस विवेचना के बाद बच्ची को अपने कस्टडी में लेकर चाइल्डलाइन या जिला बाल संरक्षण इकाई को सौंपेगी। जहां से प्रक्रिया पूरी करने के बाद गोद लेने वाले परिवार को पालन-पोषण के लिए सौंपी जाएगी।


