मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 11 जून। शिक्षक साझा मंच छत्तीसगढ़ जिला इकाई मनेन्द्रगढ़ द्वारा युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के विरोध में तथा शिक्षक संवर्ग की अन्य समस्याओं को लेकर रैली निकाल कर कलेक्टर एमसीबी को मुख्यमंत्री, शिक्षा सचिव, लोक शिक्षण संचनालय के नाम पर ज्ञापन सौंपा गया।
शिक्षक साझा मंच के जिला संचालक उदय प्रताप सिंह, पवन दुबे, सुरेश नेताम की अगुवाई में प्रभावित शिक्षकों ने अपनी व्यथा बताई एवं कलेक्टर के समक्ष उपस्थित हुए जिला संचालक उदय प्रताप सिंह ने कहा की युक्तिकरण की प्रक्रिया में भारी विसंगतियां दिखाई दे रही हैं एक ओर सरकार जन-जन तक शिक्षा को प्रसारित करने की बात कहती है दूसरी ओर शिक्षकों की कटौती करके शिक्षा व्यवस्था को बदहाल करने का काम कर रही है, आने वाले समय में इसका दुष्प्रभाव निश्चित ही दिखाई देगा । एक ओर शिक्षा में गुणवत्ता की बात की जा रही है दूसरी ओर सेटअप के साथ खिलवाड़ करते हुए गुणवत्ता को समाप्त करने का कार्य किया जा रहा है।
सरकार ही नियम बनाती है और उन्हें नियमों के तहत पदस्थापना और पदोन्नति करती है दूसरी ओर उन्हीं नियमों के साथ छेड़छाड़ करते हुए वर्षों से पदस्थ शिक्षकों को सुदूर स्थान में युक्तिकरण के नाम पर प्रताडि़त किया जा रहा है ।
अतिशेष शिक्षकों की सूची में भारी विसंगतियां दिखाई मनचाहा नियम बताकर अतिशेष किया गया है जबकि शासन द्वारा जारी निर्देश कुछ और कहते हैं। उन्होंने कहा की सरकार सोना साहू प्रकरण के अनुसार सभी शिक्षकों के लिए सामान्य आदेश पारित कर उनकी क्रमोन्नत वेतनमान की बहु प्रतीक्षित मांग को पूर्ण करें अगर हमारे शिक्षक संतुष्ट रहेंगे तो वे अपना उत्कृष्ट विभाग को देंगे और यदि इसी तरह प्रताडि़त और विकसित होते रहे तो किस मनोयोग से कार्य कर पाएंगे । इसी प्रकार प्रथम नियुक्ति तिथि से वेतन की गणना कर पुरानी पेंशन को लागू करना शिक्षकों की भविष्य के लिए बहुत आवश्यक है । पदोन्नतियों में डीएड/बीएड की अनिवार्यता को शिथिल करते हुए पदोन्नति की जाए।
उपरोक्त सभी मांगों को ज्ञापन में शामिल किया गया है और आशा की गई है कि शासन छात्र-शिक्षक एवं शिक्षा जगत के हित में सकारात्मक निर्णय लेंगे। शिक्षा की गुणवत्ता के लिए पूरा शिक्षक समुदाय पर प्रतिबद्ध है परंतु अगर शिक्षा विभाग यूं ही शासन की प्रयोगशाला बना रहा तो गुणवत्ता की बात करना बेमानी होगी। रैली और ज्ञापन के कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रभावित शिक्षक शिक्षिकाएं संगठन साझा मंच के पदाधिकारी और शिक्षक उपस्थित थे।