मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 17 दिसम्बर। राष्ट्रीय अंधत्व एवं अल्प दृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम के तहत बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह 16 दिसंबर से 21 दिसंबर 24 तक मनाया जाएगा। सप्ताह के दौरान 6 वर्ष से 18 वर्ष आयु वर्ग के स्कूली बच्चों का नेत्र परीक्षण कर दृष्टिदोष पीडि़त छात्रों को चश्मा वितरण कर नेत्र सुरक्षा के संबंध में आवश्यक जानकारी दी जा रही है।
इस अभियान के पूर्व भी जुलाई से नवंबर तक जिले में 15 हजार 500 बच्चों का नेत्र परीक्षण किया जा चुका है जिसमें 757 बच्चे दृष्टिदोष पीडि़त पाए गए हैं। बेलबहरा और बैरागी स्कूल में मोतियाबिंद के 1-1 छात्र पाए गए हैं जिनका ऑपरेशन बैकुण्ठपुर में कराया गया है। नेत्र सुरक्षा के संबंध में छात्रों को जानकारी दी जा रही है कि प्रतिदिन सुबह उठकर और रात को सोते समय आंख व आंख के आसपास के त्वचा को साफ पानी से धोएं, आंख को पोंछने के लिए साफ टॉवेल, गमछे का उपयोग करें, आंख को दुर्घटना से बचाएं जैसे आग, आतिशबाजी, खेलकूद के समय गिल्ली-डंडा, तीर-कमान चलाते समय सावधानी बरतें। आंख में कुछ पड़ जाने पर साफ पानी से धोएं, आंख को रगड़ें या मले नहीं, पढ़ाई वाले स्थान पर पर्याप्त रोशनी हो, मोबाइल का उपयोग कम करें, खानपान में विटामिन ए युक्त फल, भोजन, हरी सब्जी का उपयोग करें, आंख में तकलीफ
होने पर नेत्र चिकित्सक की सलाह लें, चश्मा उपयोग करने वाले साल में एक बार नेत्र परीक्षण अवश्य कराएं। बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह में चिरायु दल के डॉ. अतीक सोनी, डॉ. सुरभि और टीम में शामिल आरडी दीवान सहायक नोडल अधिकारी (अंधत्व), दशरथ राम, वीरेंद्र साव, रजनीश कुमार तथा आरआर चेचाम द्वारा परीक्षण किया जा रहा है।


