मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेंद्रगढ़, 17 दिसंबर। चिरमिरी वन परिक्षेत्र में पिछले कई दिनों से घूम रही बाघिन को सोमवार को वन विभाग की टीम ने सफलतापूर्वक ट्रैंकुलाइज कर अचानकमार टाइगर रिजर्व में छोड़ा गया।
यह कार्य प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख छत्तीसगढ़ रायपुर तथा प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीवन) सह मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक छत्तीसगढ़ के निर्देश और मार्गदर्शन में पूरा किया गया।
अभियान का नेतृत्व सरगुजा सीसीएफ और सीएफ (वन्यजीवन) सरगुजा ने किया। इस दौरान वन विभाग, वन्यजीव चिकित्सा अधिकारियों और वन्यजीव विशेषज्ञों की टीम ने अपनी अहम भूमिका निभाई। बाघिन को ट्रैंकुलाइज करने और सुरक्षित रूप से स्थानांतरित करने के इस अभियान में जिला प्रशासन और एमसीबी पुलिस प्रशासन का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ।
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, बाघिन को ट्रैंकुलाइज करने का निर्णय क्षेत्र में मानव-वन्यजीव संघर्ष की आशंका को कम करने के लिए लिया गया। चिरमिरी परिक्षेत्र के स्थानीय निवासियों ने हाल के दिनों में बाघिन को कई बार देखे जाने की सूचना दी थी, जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल था।

प्राकृतिक वास में बाघिन की सुरक्षा सुनिश्चित
वन विभाग ने बताया कि बाघिन को अचानकमार टाइगर रिजर्व में छोड़ दिया गया है, जो उसके प्राकृतिक आवास के लिए अनुकूल है। इस स्थानांतरण से बाघिन की सुरक्षा और उसके प्राकृतिक वास में पुनर्वास सुनिश्चित हो सकेगा।


