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गिरीश पंकज देश के 10 बड़े साहित्यकारों में शामिल, सीएम ने दी बधाई
03-Dec-2024 3:08 PM
गिरीश पंकज देश के 10 बड़े साहित्यकारों में शामिल, सीएम ने दी बधाई

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 3 दिसम्बर।
देश की प्रसिद्ध साहित्यिक संस्थान राही संस्थान जयपुर द्वारा मनेंन्द्रगढ़ के गिरीश पंकज को देश के 10 शीर्ष साहित्यकारों की सूची में 10वें क्रम में स्थान दिये जाने पर  मनेंद्रगढ़ सहित पूरा छत्तीसगढ़ गौरवान्वित महसूस कर रहा है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी उन्हें इस उपलब्धि पर बधाई दी है व उनकी इस उपलब्धि को प्रदेश के लिए  गौरव का विषय बतलाया है।

गिरीश पंकज को उनकी इस गौरवशाली उपलब्धि पर हिंदी साहित्य भारती सहित स्थानीय साहित्यकारों ने भी उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित की है। 
पंकज मनेंन्द्रगढ़ में ही पैदा हुये व पले बढ़े हैं। सर्वोदयी एवं गांधीवादी पिता स्व. कृष्ण प्रसाद उपाध्याय 1956-57 में मनेद्रगढ़ आए थे, तब से निरंतर उसी निवास में रह रहे हैं। गिरीश पंकज का बचपन से ही साहित्य व लेखन की ओर झुकाव रहा है। वे साहित्य लेखन व पत्रकारिता दोनों में ही समान दखल रखते हैं। पत्रकारिता के साथ साथ वे साहित्य सृजन में भी लगातार सक्रिय रहे हैं और अब तक वे 125 से भी अधिक पुस्तकों की रचना कर चुके हैं। व्यंग के क्षेत्र में दिया जाने वाला देश का सबसे बड़ा पुरस्कार व्यंग श्री सम्मान से विभूषित पंकज देश की विभिन्न भाषाओं के साहित्यकारों की उत्कृष्ट रचनाओं का हिंदी अनुवाद कर सांस्कृतिक आदान प्रदान के माध्यम से देश की एकता अखंडता को मजबूत करने की दिशा में अभिनव पहल करते हुये वे सद्भावना दर्पण नामक अनुवाद की साहित्यिक पत्रिका का भी विगत दो दशकों से संपादन कर रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय हिंदी सम्मेलनों में व्याख्यान देने व कविता पाठ करने वे कई बार विदेश यात्रा भी कर चुके हैं। 

उनकी गिरीश पंकज रचनावली भी 14  खंडों में प्रकाशित हो चुकी है। अंचल के विभिन्न  साहित्यिक संस्थाओं ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना  की है।
 


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