मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 1 सितम्बर। हाथियों के दल ने केल्हारी वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत शिवगढ़ में स्थित 2 मकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया, साथ ही बिहारपुर वन परिक्षेत्र स्थित कक्ष क्रमांक 811 में सिंचित बांस प्लांटेशन में लगे पौधे व फेंसिंग को भी बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया, वहीं अमृतधारा में वन अमले की सूझबूझ से 10 ग्रामीणों को सुरक्षित उनके घरों से बाहर निकाल कर रात्रि में अमृतधारा स्थित रेस्ट हाउस में शरण दी गई।
जानकारी के अनुसार बुधवार की दरम्यानी रात हाथियों के दल ने शिवगढ़ में दस्तक दी और 2 सगे भाईयों सुकाल सिंह और सुखलाल सिंह पिता गोविंद के घरों को एक-एक कर क्षतिग्रस्त कर दिया।
हाथियों की आमद से हडक़ंप मच गया और आननफानन में ग्रामीणों को जान बचाने के लिए घर छोडक़र भागना पड़ा। हाथियों के दल ने ग्रामीण सुकाल सिंह के पूरे घर को क्षतिग्रस्त कर दिया और घर में रखे महुआ एवं अन्य अनाज के साथ आधार कार्ड और राशन कार्ड जैसे समस्त दस्तावेजों को खाकर बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया, इसके बाद हाथियों ने सुखलाल के घर को तोडक़र क्षतिग्रस्त कर दिया और खेत में लगे मक्के की फसल को नुकसान पहुंचाया।
गुरुवार की रात हाथियों ने पर्यटन स्थल अमृतधारा की ओर रूख किया और यहां ग्रामीणों के बाड़ी में लगे भुट्टे की फसल को खाकर पूरी तरह चौपट कर दिया। अमृतधारा में हाथियों ने ग्रामीण लखपति और ओरिल के घर व बाड़ी को घेर लिया। हाथियों की चिंघाड़ सुनकर घर के अंदर ग्रामीण सहमे रहे।
भयभीत ग्रामीणों ने अपनी जान बचाने के लिए गुहार लगाई जिस पर हीरा सिंह, डीएन सिंह, रामायण तिवारी, उदयभान, दीपक कुमार सोनवानी, शहबाज कामिल, आरजू सिंह, कृष्णपाल सिंह, अरविंद राय एवं वन अमले के उडऩदस्ता टीम ने सूझबूझ से एक परिवार के 10 लोगों को किसी तरह सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
रात्रि लगभग डेढ़ बजे हाथियों का दल ग्राम बसेर होते हुए बीट तर्रा रेंज देवगढ़ वनमंडल कोरिया में की ओर कूच किया है। वन अमले द्वारा हाथियों की गतिविधियों पर निगाह रखे जाने के साथ क्षेत्र में किसानों के फसलों के नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।


