मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर

आदिपुरूष पर बैन लगाने की मांग
19-Jun-2023 4:34 PM
आदिपुरूष पर बैन लगाने की मांग

संवाद हो लेकर हो रही आलोचना

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

मनेन्द्रगढ़, 19 जून। फिल्म आदिपुरुष हमारे धार्मिक ग्रंथ रामायण पर आधारित है। इस फिल्म में श्री राम, माता सीता, हनुमान एवं रावण आदि के किरदारों की भाषा बहुत आपत्तिजनक है। उनका चरित्र चित्रण भी बहुत बुरा है जो हमारी धार्मिक व सांस्कृतिक आस्था को आघात पहुंचाती है।

उक्त बातें फिल्म आदिपुरुष का प्रदर्शन सिनेमा हॉल में बंद करने की मांग करते हुए चेतना महिला संगठन की अध्यक्ष व कोरिया साहित्य व कला मंच की संस्थापक सदस्य अनामिका चक्रवर्ती ने कही। इस विषय को लेकर चेतना महिला मंडल तथा कोरिया साहित्य व कला मंच के द्वारा एसडीएम के नाम ज्ञापन सौंपा गया।

ज्ञात हो कि महाकाव्य रामायण को बड़े पर्दे पर चित्रित करती ‘आदिपुरुष’ शुक्रवार को सिनेमाघरों में प्रदर्शित की गई है। फिल्म को वीएफएक्स प्रभाव और संवाद को लेकर सोशल मीडिया पर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। ‘लंका दहन’ सहित अन्य दृश्यों में भगवान हनुमान के संवाद को लेकर इसके लेखक मनोज मुंतशिर शुक्ला आलोचकों के निशाने पर आ गए हैं। मनेंद्रगढ़ में उक्त फिल्म के विरोध में उतरी चेतना महिला मंडल की सदस्यों ने कहा कि यह फिल्म हमारी नई पीढ़ी को एकदम अंधेरे की ओर धकेलती है। हमारी विरासत छिन्न-भिन्न करने वाली है, इसलिए सभी को इस फिल्म का विरोध करना चाहिए।

इसी तारतम्य में कोरिया साहित्य व कला मंच के संरक्षक व कार्टूनिस्ट जगदीश पाठक ने कहा कि साहित्यकार का काम केवल लिखना नहीं है, समाज की विसंगतियों पर प्रत्यक्ष विरोध करना भी उसकी जिम्मेदारी है।

फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग को लेकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपने के दौरान चेतना महिला संगठन व कोरिया साहित्य व कला मंच के जगदीश पाठक, मृत्युंजय सोनी, विनोद तिवारी, एसएस निगम, गंगा प्रसाद मिश्रा, सुप्रिया चक्रवर्ती, अनीता डे, गुलशन, सरस्वती, मीना, कमला, नीलम, सुषमा, स्मिता सोनी एवं संजय शर्मा आदि उपस्थित रहे।


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