मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
गुणवत्ताविहीन सडक़ निर्माण को भाजपाइयों ने पहुंचकर रुकवाया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 12 जून। ग्राम पंचायत मंगोरा में मुख्यमंत्री सुगम सडक़ योजना के द्वारा स्वीकृत सडक़ का निर्माण किए बगैर ही ठेकेदार, इंजीनियर, अधिकारियों द्वारा राशि आहरण किये जाने का मामला सार्वजनिक होने के बाद ठेकेदार द्वारा ग्राम मंगोरा में आनन फानन में गुणवत्ता विहीन सडक़ निर्माण को भाजपाइयों ने पहुंच कर रुकवाया।
ज्ञात हो की जनपद पंचायत खडग़वां के अंतर्गत ग्राम पंचायत मंगोरा में मुख्यमंत्री सुगम सडक़ योजनांतर्गत मेसर्स ज्योति केसरवानी को बबलू घर से प्राइमरी स्कूल मंगोरा तक 18.82 लाख राशि का अप्रोच रोड बनाने का टेंडर आईडी सीजी0आर18900, इसके साथ ही मेसर्स नमन फलाई ऐश बिक्स इंडस्ट्रीज को प्राईमरी स्कूल पटपरिहा मंगोरा में एप्रोच रोड लागत राशि 17.61 लाख टेंडर आईडी सीजीईआर19048 प्राप्त हुआ था। उपरोक्त दोनों ही ठेकेदारों को सडक़ निर्माण के लिए स्वीकृत संपूर्ण राशि का भुगतान विभाग बीते वर्ष ही बिना भौतिक सत्यापन किए प्रदान कर दिया गया।
लेकिन ग्राम पंचायत मंगोरा में एक ही सडक़ का निर्माण कराया जा कर दूसरे सडक़ की राशि बिना सडक़ निर्माण कराए ही आहरण कर लिया गया है। इस तरह से ठेकेदार, इंजीनियर व संबंधित अधिकारियों के द्वारा मिलकर धोखाधड़ी एवं फर्जी कार्य दिखाकर राशि का आहरण कर लिया गया है।
इस पूरे मामले की खबरे अखबारों और मीडिया में प्रकाशित होने के बाद ठेकेदार के द्वारा आनन-फानन में ग्राम मंगोरा में विगत 3 दिवस पूर्व रोड निर्माण का 40 एमएम गिट्टी, डस्ट, राखड़ और खराब सिमेंट से एक वर्ष पूर्व जिस सडक़ का भुगतान किया गया था उसका निर्माण किया जा रहा है, जो कि पूर्ण रूप से निर्धारित मानको के विपरीत गुणवत्ता विहीन ही कराया जा रहा है। जिसकी सूचना मिलने पर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष रेणुका सिंह, जनपद अध्यक्ष सोनमती उर्रे, भाजपा जिला मंत्री अरुणोदय पाण्डेय, भाजयुमो जिला प्रभारी गोमती दिवेदी, भाजपा खडग़वां मंडल अध्यक्ष रामलाल साहू, महामंत्री धरमपाल सिंह सहित भाजपा कार्यकर्ताओं व ग्रामीणजनों द्वारा दिनांक 11 जून को मौके पर पहुंच कर जांच की मांग कर धरने पर बैठे गए।
जिसके बाद खडग़वां एसडीएम ने तहसीलदार खडग़वां श्री खलखो को मौके पर भेजकर पंचनामा बनाकर जांच होने तक कार्य रोकने का आदेश दिया गया था। लेकिन 11 जून की रात्रि में ही ठेकेदारा द्वारा पुन: कार्य करने का काम किया गया। इस पूरे मामले में भाजपाइयों का कहना है की यह अपने आप में अभी तक की पहली घटना है जिसमे बिना कार्य किए राशि प्राप्त कर ली गई हो। इस तरह का कृत्य पर त्वरित जांच कर सभी के ऊपर एफआईआर दर्ज किया जाना चाहिए। साथ ही निर्धारित मापदंडों के हिसाब से सडक़ का पुन: निर्माण कराए जाने की मांग की गई।
इस मामले पर भाजपा ने कलेक्टर एमसीबी नरेंद्र दुग्गा को ज्ञापन सौंपकर मांग किया है कि शासन के साथ हो रहे इस प्रकार के धोखाधड़ी के कार्य पर त्वरित जांच कराया जाकर संबंधित ठेकेदार सहित विभागीय इंजीनियर व अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज कराया जाए, अन्यथा ठेकेदारों और अधिकारियों के हौसले इस तरह के भ्रष्टाचार के लिए और भी ज्यादा बुलंद होंगे।


