मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर

खतरे का सबब बने नीलगिरी के विशालकाय पेड़, नहीं जाग रहा प्रशासन
09-Jun-2023 4:49 PM
खतरे का सबब बने नीलगिरी के विशालकाय पेड़, नहीं जाग रहा प्रशासन

 डेढ़ माह पूर्व पेड़ गिरने से छात्रावास की बाउंड्रीवाल को पहुंचा है नुकसान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

मनेन्द्रगढ़, 9 जून। मुख्य मार्ग के किनारे विशालकाय नीलगिरी के पेड़ खतरे का सबब बने हुए हैं। डेढ़ माह पूर्व सिटी कोतवाली के सामने स्थित छात्रावास में नीलगिरी का भारी-भरकम एक पेड़ गिरकर छात्रावास की बाउंड्रीवाल को नुकसान पहुंचा चुका है, बावजूद इसके स्थानीय प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है। ऐसा प्रतीत होता है कि प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है।

सिटी कोतवाली के सामने स्थित छात्रावास, न्यायालय परिसर और शासकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगे नीलगिरी के पेड़ आसमान छू रहे हैं। कई पेड़ गिरने के कगार पर हैं। न्यायालय के मेन गेट के बाजू में एक पेड़ झुक चुका है जो कभी भी गिर सकता है। वहीं मानसून दस्तक देने के कगार पर है। मानसून आने के साथ ही तेज आंधी-तूफान और बारिश से कई मर्तबा विशालकाय पेड़ और उसके डगाल टूटकर गिर चुके हैं। पेड़ों के गिरने का सबसे ज्यादा असर शहर की बिजली व्यवस्था पर पड़ता है।

दरअसल न्यायालय, अस्पताल और छात्रावास में लगे नीलगिरी के पेड़ के समीप से ही बिजली के तार गुजरे हैं। जब भी आंधी-तूफान की भेंट चढ़े पेड़ धराशायी होते हैं, तो अक्सर वे बिजली के तारों को अपनी चपेट में लेते हैं। बाद में बिजली व्यवस्था पटरी पर लाने विभाग को घंटों मशक्कत करनी पड़ती है, वहीं लोगों को भी परेशानी झेलनी पड़ती है। इसके अलावे विशालकाय पेड़ मुख्य मार्ग के किनारे लगे हुए हैं। मार्ग पर हर समय आवागमन बने रहने के साथ न्यायालय और अस्पताल के आसपास अक्सर लोगों की भीड़ जमा रहती है। ऐसे में नीलगिरी के पेड़ गिरकर जान-माल को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। पेड़ों के किनारे काबिज व्यवसायी भी बरसात के समय हर पल डरे-सहमे रहते हैं।

मानसून के दौरान तेज हवाओं और तूफान के खतरे को भांपते हुए कई बार नीलगिरी के विशालकाय पेड़ों की ओर स्थानीय प्रशासन का ध्यानाकृष्ट कराया गया, लेकिन प्रशासन के द्वारा जान-बूझकर इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। करीब डेढ़ माह पूर्व सिटी कोतवाली के सामने स्थित शासकीय कन्या छात्रावास परिसर में स्थित नीलगिरी का पेड़ तेज आंधी-तूफान की वजह से धराशायी हो चुका है। यह तो गनीमत रही कि पेड़ मुख्य सडक़ की ओर नहीं गिरा नहीं तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था। नागरिकों ने जिला प्रशासन से समय रहते इस ओर ध्यान दिए जाने की गुहार लगाई है, ताकि भविष्य में होने वाले हादसे को रोका जा सके।


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