मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 24 मई। दु:ख और मुसीबत के समय जब अपने बेगाने हो जाएं तब मदद के लिए आगे आने वाला शख्स किसी मसीहा से कम नहीं होता। सिटी कोतवाली मनेंद्रगढ़ के प्रभारी ने बुधवार को मानवता की एक ऐसी मिसाल पेश की जिसकी हर शख्स सराहना कर रहा है।
दरअसल एमसीबी जिला मुख्यालय मनेंद्रगढ़ में एक महिला के पति की मृत्यु हो गई, तब अपने ही लोगों ने उसका साथ छोड़ दिया। ऐसे में सिटी कोतवाली के थानेदार सचिन सिंह ने मय स्टाफ आगे आकरअंतिम संस्कार की प्रक्रिया मासूम के साथ पूरी करवाई, जिसे समाज में एक मिसाल के तौर पर देखा जा रहा है। कोरबा जिले के पोड़ी-उपरोड़ा के अमली बहरा में रहने वाली सविता सिंह ने ग्वालियर जिले के जवारा निवासी बाल्मीकी से प्रेम विवाह किया था। इससे नाराज होकर उसके अपनों ने उससे दूरी बना ली। इस बीच अपने बीमार पति को रायपुर से लेकर वह मनेंद्रगढ़ लौट रही थी तभी रास्ते में बिलासपुर के पास उसकी मौत हो गई। बिलासपुर में पीएम के बाद एंबुलेंस में अपने पति के शव को लेकर वह मनेंद्रगढ़ आ रही थी, तभी चालक शव को जंगल में छोडक़र बहानेबाजी कर वहां से चला गया। किसी प्रकार महिला पति के शव को लेकर मनेंद्रगढ़ पहुंची और कोतवाली आकर मदद की गुहार लगाई तब कोतवाली प्रभारी ने संवेदनशील मामले को गंभीरता से लेते हुए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
बुधवार को मनेंद्रगढ़ के आमाखेरवा स्थित मुक्तिधाम में कोतवाली प्रभारी ने दिवंगत के मासूम पुत्र को गोद में लेकर मुखाग्रि दी और सारी अंतिम प्रक्रिया अपने हाथों से पूरी करवाई। कोतवाली प्रभारी के इस नेक कार्य की हर वर्ग सराहना कर रहा है।


