मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
तेंदूपत्ता संग्रहण से शिवभजन को मिला अतिरिक्त आय का जरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 24 मई। शासन के महत्वाकांक्षी तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य चल रहा है। प्राथमिक वनोपज समिति बेलबहरा के अंतर्गत आने वाले फड़ पिपरिया में ग्राम डंगौरा निवासी शिवभजन तेंदूपत्ता बेचने के लिए आए थे। शिवभजन ने बताया कि राज्य शासन के द्वारा वनवासियों के लिए तेंदूपत्ता का दाम 25 सौ से बढ़ाकर 4 हजार रूप्ए कर दिया गया है। हम घर के कामों के साथ तेंदूपत्ता तोड़ाई का कार्य भी कर लेते हैं। इससे हमें अतिरिक्त आय प्राप्त हो जाती है। युवक ने तेंदूपत्ता का दाम बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद दिया।
जिला वनोपज सहकारी संघ मर्यादित के पदेन प्रबंध संचालक एलएन पटेल ने बताया कि जिला मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में तेंदूपत्ता संग्रहण वर्ष 2023 के दौरान कुल 15 समितियों के माध्यम से प्रतिदिन तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य किया जा रहा है।
तेंदूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य 43 हजार 500 मानक बोरा निर्धारित किया गया है जिसके विरुद्ध 21 हजार 201 मानक बोरा संग्रहित किया गया है जो कुल खरीदी का 48.74 प्रतिशत है। तेंदूपत्ता को आदिवासियों का हरा सोना कहा जाता है। जिले में वास्तविक तेंदूपत्ता संग्राहकों की संख्या 27 हजार 262 है। समस्त समितियों में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य तेज गति से चल रहा है। तेंदूपत्ता की खेती में छत्तीसगढ़ राज्य को अग्रणी माना जाता है। इस पत्ते का सबसे ज्यादा उपयोग बीड़ी बनाने में किया जाता है। ग्रामीणों के लिए तेंदूपत्ता का व्यवसाय आय का अतिरिक्त साधन है।



