महासमुन्द

महिलाएं पहुंचा रहीं कोरोना पॉजिटिव व होम क्वारंटाइन परिवार को शुद्ध भोजन
06-Apr-2021 4:48 PM
महिलाएं पहुंचा रहीं कोरोना पॉजिटिव व होम क्वारंटाइन परिवार को शुद्ध भोजन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 6 अप्रैल।
महासमुन्द शहर में ऐसे कई परिवार हैं, जिनके घर के तमाम सदस्यों को कोरोना संक्रमण है। उनके घरों में अनाज तो है, लेकिन उसे पकाने वाला कोई नहीं बचा हैै। ऐसे घरों में बहुत से लाोग अस्पताल में इलाज करा रहे हैं और बहुत से लोग होम आइसोलेशन में हैं। 

इन घरों में खाना पकाकर पहुंचाने की जिम्मेदारी कुछ महिलाओं ने ली है। इन महिलाओं का वाट्स ऐप ग्रुपों में मोबाइल नम्बर जारी कर किया गया है। अब बीमार परिवार इन्हें फोन कर खाना मंगा रहे हैं। इस खाने के एवज में महिलाओं को राशि भी दी जाएगी। जानकारी मिली है कि अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीज भी वहां मिल रहे भोजन से संतुष्ट नहीं हैं और इन महिलाओं से खाना मंगाकर खा रहे हैं। 

सशक्त महिला नामक एक वाट्स ऐप ग्रुप पर जानकारी मिली कि शहर के कुछ ऐसे परिवार हैं जिनके सारे सदस्य कोरोना संक्रमित हैं। यहां खाना पकाने वाला कोई नहीं है। अत: जिस किसी को उनके घर तक खाना पहुंचाने की इच्छा हो, सम्पर्क कर सकते हैं। ग्रुप की मुखिया तारिणी चंद्राकर ने तत्काल ग्रुप में टिफिन बनाने वाली महिलाओं को जोड़ा और जानकारी जाहिर की। इसी ग्रुप में अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमितों की ओर से भी टिफिन का डिमांड आने लगा। 

उनका कहना है कि अस्पताल में मिलने वाला खाना खाया नहीं जा रहा है। इससे बीमार व्यक्ति और कमजोर होने लगा है। ग्रुप में जुड़ी अनामिका और सुषमा सिंह ने भी अपना  मोबाइल नम्बर ग्रुप में शेयर कर लिखा कि जिस बहन को टिफिन की आवश्यकता होगी वे संपर्क करें। सामाजिक सरोकार के तहत ’कोविड पॉजिटिव या होम क्वारंटाइन परिवार’ को शुद्ध सात्विक भोजन  किसी भी घर तक सुबह 1 बजे एवं शाम 7 बजे तक पहुंचाने का जिम्मा हमारा है। अत: आपके आसपास कोई भी परिवार जो इस बीमारी से ग्रसित हो अथवा घर के सदस्य खाना बनाने में असमर्थ हों, हमें सूचित करें। 

बुकिंग का समय सुबह का भोजन 10 बजे तक और शाम का भोजन दोपहर 3 बजे तक रखा गया है। ग्रुप के तमाम सदस्यों ने कोरोना संक्रमितों तक खाना पहुंचाने वाली महिलाओं से अपील की है कि चार रोटी, चावल, सब्जी, दाल और सलाद किसी टिफिन में न डालकर पालीथीन में अलग-अलग पैक कर पहुंचाई जाए। ताकि टिफिन के जरिए कोरोना खानावालों तक न पहुंचे। कोरोना ग्रस्त लोगों के घरों के सामने पैकेट सुरक्षित छोड़ेंगे, हांथों में नहीं देंगे। भोजन का पैसा बैंक अकाउंट में डालेंगे। खाना पहुंचाने वाली महिलाएं भी कोरोना नियमों का पालन करते हुए मास्क का उपयोग करते हुए कोरोना संक्रमितों तक खाना पहुंचाकर एक दूसरे को सहयोग की जिम्मेदारी उठाई है। 

आर्थिक सहायता स्वीकृत
महासमुंद, 6 अप्रैल। कलेक्टर डोमन सिंह ने राजस्व पुस्तक परिपत्र 6.4 के तहत प्राकृतिक आपदा से मृत्यु होने पर मृतक के स्वजनों के लिए आर्थिक सहायता  राशि स्वीकृत की है। इनमें बसना तहसील के ग्राम बरबसपुर निवासी शेषकुमार भोई की मृत्यु 22 अगस्त 2018 को सॉप के काटने से हो गई थी। उन्हें चार लाख रूपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई हैं।

 


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