महासमुन्द

उल्लंघन या कोरोना के लक्षण दिखने पर कर्मचारी करेंगे कंट्रोल रूम को सूचित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 6 अप्रैल। होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों की निगरानी की जाएगी। जिससे व्यक्ति आइसोलेशन अवधि में घरों से बाहर न निकलें। उनके जरूरत की मुताबिक स्वास्थ्य कर्मचारी बेहतर उपचार के लिए दवाईयां मुहैया करायेंगे। निगरानी के लिए इनके घरों पर समय-समय पर सरकारी अमला निगरानी रखेगा। उन्होंने कोरोना नियंत्रण एवं रोकथाम एवं जरूरी उपायों की जानकारी लेने के साथ ही बतौर सुरक्षा आइसोलेशन किए गए व्यक्ति के निगरानी के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में एसडीएम, तहसीलदार, नगर पालिका अधिकारी, नामित अधिकारी द्वारा आइसोलेशन में रह रहे लोगों का प्रतिदिन निगरानी करेंगे साथ ही अपनी रिपोर्ट संबंधित अधिकारी को देंगे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को समय-समय पर औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए स्वास्थ्य अधिकारी के साथ जिला अधिकारियों की बैठक ली और महिला एवं बाल विकास अधिकारी के अलावा जिला शिक्षा अधिकारी को लिखित में आदेश जारी करने के निर्देश दिए।
इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों में होम आइसोलेशन रहने वाले लोगों की निगरानी ग्राम पंचायत स्तर पर की भी जाएगी। इसमें ऑगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, वहां के शिक्षक, ग्राम सचिव आदि 14 दिनों तक प्रतिदिन उस व्यक्ति के घर जाकर यह सुनिश्चित करेंगे कि संबंधित व्यक्ति घर के अंदर ही रह रहा है और उस व्यक्ति को कोई खॉसी, जुकाम जैसे लक्षण तो नहीं हैं। आइसोलेशन के उल्लंघन या कोविड.19 के लक्षणों के दिखने पर संबंधित अधिकारी तुरंत कंट्रोल रूम को सूचित करेंगे। नोवेल कोरोना वायरस कोविड.19 होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम 24 घंटे खुला रहेगा। इसका व्हाट्सएप नम्बर 82693.79405 और दूरभाष नम्बर 07723.222100 और 07723.222101 है। उन्होंने कहा कि सर्विलांस टीम उस क्षेत्र में सतत् निगरानी रखें।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत आकाश छिकारा,अपर कलेक्टर जोगेन्द्र कुमार नायक,मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन.के. मंडपे, डॉ.् अरविन्द गुप्ता, डॉ छत्रपाल चन्द्राकर, डा. मुकुन्द राव,महिला एवं बाल विकास अधिकारी मनोज सिन्हा और जिला शिक्षा अधिकारी उपस्थित थे।