महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 1 अप्रैल। घंटेभर कोविड अस्पताल के बाहर इलाज के लिए इंतजार कर रही महिला की रविवार को उपचार के दौरान मौत हो गई है। बेड की कमी के कारण महिला को अस्पताल में भर्ती नहीं ले रहे थे। उसकी हालत बिगड़ रही थी और निजी एम्बुलेंस में बैठे वह चिकित्सक का इंतजार कर रही थी। परिजन भी कोविड अस्पताल के बाहर पॉजिटिव महिला को लेकर खड़े थे। इस खबर को छत्तीसगढ़ ने प्रकासित किया था। बाद में स्वास्थ्य विभाग ने महिला को कोविड अस्पताल में भर्ती किया और दूसरे दिन उपचार के दौरान उसकी की मौत हो गई।
अब परिजन अस्पताल प्रबंधन लापरवाही का आरोप लगा रहे है। उनका कहना है कि सही उपचार नहीं मिलने के कारण उसकी मौत हुई है। सुबह तक वह ठीक थी, फिर अचानक उसकी मौत हो गई। इस संबंध में चिकित्साधिकार डा. एनके मंडपे ने कहा कि जीएनएम कोविड सेंटर सामान्य पॉजिटिव मरीजों के लिए है। यह हाईली डेडीकैटेड सेंटर नहीं है फिर भी मरीज के लिए पूरी व्यवस्था की गई थी। पिछले रविवार से लेकर मंगलवार तक जिलेभर के 50 फीसदी से अधिक पॉजिटिव केस महासमुंद जिले से ही सामने आए हैं। रविवार 28 तारीख को जिले में 70 केस आए थे, जिसमें से 40 केस महासमुंद ब्लॉक के ही हैं। 29 तारीख को मिले 40 में से 26 केस महासमुंद ब्लॉक के हैं और 30 तारीख मंगलवार को मिले 117 केसेस में से 61 केस महासमुंद ब्लॉक से ही मिला है। बुधवार को 129 केस मिलने के बाद जिले में अब तक 10 हजार 403 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
भुरका निवासी मृतका मरीज के परिजनों का कहना है कि बीते रविवार को 2 घंटे से अधिक समय तक इलाज व भर्ती के लिए हम इंतजार करते रहे। नए कोविड सेंटर में किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं थी और प्रबंधन ने इलाज में भी लापरवाही बरती है। जिसके कारण ही मरीज की मौत हुई है। वहीं अस्पताल के अधिकारियों का कहना है कि महिला को ऑक्सीजन की सख्त जरूरत थी। जिसके लिए हमने पूरे इंतेजाम किए थे। महिला को ऑक्सीजन मिलती रहे इसलिए ही उन्हें एंबुलेंस में भी बैठाया गया था।
डा. छत्रपाल चंद्राकर ने बताया कि बुधवार को जिले में 129 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जो माह का अब तक का सबसे अधिक आंकड़ा है। वहीं बुधवार को 2 मौतें भी हुई है। रविवार को जिले में कुल 70 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए थे। वहीं सोमवार होली के दिन जिले में 40 पॉजिटिव केस सामने आए और 1 मौत हुई है। मंगलवार को 117 केस सामने आए और इसी दिन ही 3 लोगों की मौत कोरोना के कारण हुई थी।