महासमुन्द

कार्रवाई नहीं होने पर सपरिवार इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए-राय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 1 अप्रैल। पिथौरा पुलिस पर दो युवकों से तांबे का सिक्का जब्त कर उन पर 20 लीटर शराब का फर्जी मामला बनाकर जेल भेजे जाने का आरोप लगा है। थाना क्षेत्र के ग्राम लाखागढ़ निवासी निशिकांत राय ने पुलिस महानिरीक्षक को लिखे एक शिकायत पत्र में पिथौरा पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।
श्री राय ने लिखा है कि विगत 26 मार्च को पिथौरा पुलिस अचानक उनके घर पहुंची और उनके पुत्र प्रकाश को उठाकर ले गई। इसके अलावा ग्राम के ही एक अन्य युवक गणेश तांडी को भी पुलिस थाने ले गई और इन्हें हनुमान छाप सिक्का रखने के जुर्म में जेल भेजने की धमकी देकर दोनों की रात भर पिटाई की। सुबह थाने में दोनों युवकों की पुलिस ने बेदम पिटाई की थी जिससे उनका शरीर सूज गया था। बाद उन्हें छोडऩे के बजाय थाने से ही दो जरकिन शराब निकालकर दोनों युवकों को शराब तस्करी के मामले में चालान बनाकर जेल भेज दिया गया।
निशिकांत राय के अनुसार उनके पूरे परिवार में ना कोई शराब पीता है ना ही शराब का व्यवसाय ही करता है। पुलिस ने इसके पूर्व भी इस परिवार के विरुद्ध मामला बनाकर उनकी बहुत पिटाई की थी जिसकी शिकायत उन्होंने उच्च अधिकारियों से प्रमाण के साथ की थी। जिससे वर्तमान थाना प्रभारी बौखलाहट में अब मेरे पुत्र को फर्जी मामले में फंसाकर जेल भेज दिए हैं। अब भी निशिकांत ने राज्यपाल, गृहमंत्री एवं पुलिस महानिरीक्षक से अपने परिवार को प्रताडि़त करने वाले थाना प्रभारी पर कार्रवाई करने की मांग की है। उनका कहना है-हमारा परिवार स्थानीय पुलिस से इतना परेशान हो चुका है कि उनकी रात की नींद जा चुकी है।
अगर अपने मातहतों पर विभाग कार्रवाई नहीं करती है तो हमें सपरिवार इच्छामृत्यु की अनुमति दी जाए। इस मामले में एसडीओपी पुपलेश कुमार पात्रे ने स्वीकार किया कि हनुमान छाप सिक्का बेचने के मामले में दो युवकों को पकड़ा गया है पर उन पर शराब की कार्रवाई की जानकारी नहीं है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।