महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 31 मार्च। महासमुन्द में कोरोना मरीजों की ताादात में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। 30 मार्च को जिले में कुल 117 पाजिटिव मिले। जिला अस्पताल के कोविड सेंटर में अब मरीजों को बिस्तर नहीं मिल पा रहा है। होली के दिन कोविड एक पॉजिटिव महिला भर्ती के लिए घंटों भटकती रही।
कोविड सेंटर का बेड फुल होने के कारण पॉजिटिव महिला की भर्ती नहीं ले रहे थे। यहां के चिकित्सक उसके परिजनों को रायपुर ले जाने को कह रहे थे। मरीज के परिजन एक दो घंटे अस्पताल के बाहर निजी एम्बुलेंस में महिला को लेकर बैठे हुए थे और अस्पताल प्रबंधन से भर्ती करने की मांग कर रहे थे। महिला का आक्सीजन लेवल कम हो रहा था। बाद में अस्पताल प्रबंधन के द्वारा उसे भर्ती कराया गया।
यहां के हालात ऐसेे हैं कि पॉजिटिव मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्राम भुरका की एक 58 वर्षीय महिला को सांस लेने में परेशानी थी, साथ ही सर्दी व बुखार था। महिला के परिजनों ने बताया कि उसे उपचार के लिए गंजपारा महासमुन्द स्थित एक निजी अस्पताल में ले गए। जहां कोविड टेस्ट करने के बाद महिला पॉजिटिव आई। इसके बाद तत्काल उसे जिला अस्पताल में बने कोविड सेंटर में इलाज के लिए ले जाने को कहा। परिजन महिला को लेकर जिला अस्पताल में बने कोविड सेंटर भर्ती कराने गए। जहां बेड फूल होने के कारण महिला को भर्ती लेने से प्रबंधन ने इंकार कर दिया। हालांकि व्यवस्था करने के बाद महिला को भर्ती कराया गया।
सीएचएमओ एनके मंडपे का कहना है कि बेड फुल होने के कारण परेशानी हो रही थी। लेकिन उसी शाम 6 मरीजों का टेस्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें छुट्टी देकर होम आइसोलेशन कर दिया गया है। बेड खाली होने के बाद उक्त महिला को भर्ती कराया गया। जिले भर से शनिवार को कुल 92 कोरोना पॉजिटव केस आए थे और 1 की मृत्यु हो गई थी। वहीं शनिवार को 23 मरीज भर्ती हुए थे और गत दिवस तक हॉस्पिटल में सिर्फ 3 ही बेड खाली थी, जो रविवार आते तक पूरी तरह से भर चुके थे। बता दें कि कलेक्टर डोमन सिंह ने कोरोना से निपटने के लिए शहर के दिव्यांग स्कूल को कोविड सेंटर के तौर पर तैयार करने व सभी ब्लॉक मुख्यालयों में कोविड सेंटर बनाने के निर्देश दिए थे, जो अब तक बनकर तैयार नहीं हुआ है। जिसके कारण मरीजों को अब बेड खाली नहीं होने पर समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
ग्राम खैरा स्थित बहुविकलांग परिसर को कोविड सेंटर के रूप में संचालित करने का प्लान था। लेकिन दूर होने के कारण फिलहाल उसे नहीं खोला जा रहा है। पुराने जीएनएम सेंटर को कोविड सेंटर बनाने की तैयारी चल रही है। इसकी पुष्टि मुख्य स्वास्थ्य चिकित्साधिकारी एनके मंडपे ने की है। कोविड के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जनवरी व फरवरी महीने में संख्या कम होने के कारण पुराने सेंटरों को बंद कर दिया गया था। अब मरीजों को देखते हुए फिर से खोलने की तैयारी हो रही है।