महासमुन्द

सामाजिक तलाक के बाद बच्चों को अपने साथ रखना चाहती थी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 31 मार्च। खम्हारमुड़ा खल्लारी के जंगल में हुई अंधेकत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। आज दोपहर ढाई बजे स्थानीय पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित पत्रकारवार्ता में एएसपी मेघा टेम्भुरकर, एसडीओपी नारद सूर्यवंशी, थानेदार खल्लारी दीपा केंवट और क्राइम ब्रांच प्रभारी संजय राजपूत ने बताया कि पत्नी ने ही प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश की और प्रेमी ने अकेले इस घटना को अंजाम दिया।
ज्ञात हो कि 27 मार्च को खम्हारमुड़ा जंगल में एक युवक की लाश मिली थी। मृतक के गले में धारदार हथियार से वार के निशान स्पष्ट थे और इसी वजह से पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी। बाद में मृतक की पहचान ईश्वरी साहू के रूप में हुई थी।
पुलिस के मुताबिक ग्राम नारा निवासी ईश्वरी साहू की शादी आरंग क्षेत्र के ग्राम रसनी निवासी मोंगरा से हुई थी। उनके दो बच्चे हैं। पहले ईश्वरी अपनी पत्नी मोंगरा और दोनों बच्चों के साथ रायपुर में रहता था, लेकिन चार साल से वह पत्नी से अलग हो चुका था। दोनों के बीच सामाजिक तलाक हुआ और बच्चे ईश्वरी के हिस्से में आये। मोंगरा इस फैसले से नाराज थी और बच्चों को अपने साथ रखना चाहती थी। पति से तलाक के बाद मोंगरा का एक बस चालक के साथ दोस्ताना संबंध हुआ तो मोंगरा ने किसी तरह ईश्वरी को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।
प्लान के अनुसार आरोपी बिसहत दीवान भड़हा थाना खरोरा रायपुर अपनी प्रेमिका मोंगरा के पति ईश्वरी साहू से मोबाइल से सम्पर्क कर घटना दिनांक 26 मार्च को जिस बस की ड्राइवरी करता था, उसे पंडरी रायपुर बस डीपो में छोड़ा और मोटर साइकिल से नारा आया। वहां वह ईश्वरी से मिला। वहां से घूमने जाने और शराब पिलाने की बात कहकर ईश्वरी को भानसोज की ओर ले गया। भानसोज नहर में दोनों ने शराब पी। बाद में और शराब पीने का लालच देकर ईश्वरी को आरंग शराब भ_ी तक लाया। यहां दोनों ने शराब खरीदा। दोनों ने महानदी पुल घोड़ारी पहुंचकर ककड़ी खरीदी। यहां दोनों ने फिर शराब पी। मृतक को ज्यादा नशा हुआ तो आरोपी उसे घुमाने ले जाने का बहाना बना महासमुंद होते डुमरपाली, खम्हारमुड़ा लभरा जंगल तक लाया। यहां बचे हुए शराब को आरोपी ने ईश्वरी को पिलाया। ईश्वरी मदहोश होकर सो गया तो आरोपी ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। जिंदा न रहे, इसलिए शराब की शीशी तोडक़र उसी से ईश्वर की गर्दन काट दी और शव को वहीं छोडक़र वापस मोंगरा के पास चला आया।
घटना के दूसरे दिन लोगों ने शव को देखा और पुलिस को इसकी जानकारी दी थी। अपने बयान में आरोपी मोंगरा और बिसहत दीवान ने पुलिस को बताया कि दोनों के बीच पिछले चार साल से संबंध हैं। लेकिन यह हत्या बच्चों को लेकर हुई है। आरोपी महिला चाहती थी कि उसके बच्चे उसी के पास रहे। बच्चों को मां को सौंपने के लिए ईश्वर को बहुत बार मनाया गया लेकिन वह नहीं माना तो मोंगरा ने अपने प्रेमी बिसहत दीवान से मिलकर हत्या की साजिश रची और प्रेमी बिसहत ने पति ईश्वर की हत्या कर दी।