महासमुन्द

ऑक्सीमीटर की रीडिंग 95-100 प्रतिशत के बीच में होनी चाहिए
26-Mar-2021 4:45 PM
ऑक्सीमीटर की रीडिंग 95-100 प्रतिशत  के बीच में होनी चाहिए

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 26 मार्च।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एन.के. मंडपे ने बताया है कि कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच लोगों के मन में अब भी कई सवाल घूम रहें होंगे। कई सवाल होम आईसोलेशन से जुड़ी भी और कुछ ऑक्सीमीटर को भी लेकर होंगे। 
डॉ. मंडपे ने बताया कि अगर मरीज में कोविड के कम और हल्के लक्षण है तो वह होम आईसोलेशन में रह सकता है। लेकिन अगर लक्षण अगर गम्भीर है तो अस्पताल में भर्ती कराया जाता है। बिना लक्षण वाले जिन मरीजों को अगर घर में आईसोलेट होना है तो जरूरी है एक अलग कमरा और बाथरूम हो। घर में कोई व्यक्ति देखरेख के लिए होना चाहिए। 

घर में सभी जरूरी सुविधा हो तभी सेल्फ आईसोलेट रहें। केवल उन्हीं मरीजों को होम आईसोलशन की इजाजत होगी।
उन्होंने कहा है कि जो लोग ठीक है स्वस्थ है और उन्हें फेफड़े की बीमारी नहीं हैं तो ऑक्सीमीटर की रीडिंग 95-100 प्रतिशत् के बीच में होनी चाहिए। अगर ये गिरने लगे और 52 प्रतिशत् तक आ जाए, इसका मतलब बीमारी बढ़ रही हैं। इसमें यह भी देखा गया है कि अगर संक्रमण बढ़ता है तो एकदम परेशानी नहीं होती। बल्कि धीरे.धीरे बढ़ती है। कई बार ऑक्सीमीटर की रीडिंग 80 फीसदी तक गिरने पर मरीज को परेशानी का एहसास होता है। डॉक्टर ने बताया कि कोरोना वायरस की गम्भीर मामलों में स्वॉस से संबंधित समस्याएं ही देखने को मिलती है। एक तरह से इसे ट्रिगर भी कहा जा सकता है। ऑक्सीजन की अधिक कमी खतरे की घंटी का संकेत है।


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