महासमुन्द

कंपनी से लोन लेने वाला ही निकला हत्यारा, तगादे से था परेशान, हत्या के बाद ओडिशा भाग गया था
02-Feb-2021 4:32 PM
 कंपनी से लोन लेने वाला ही निकला हत्यारा, तगादे से था परेशान, हत्या के बाद ओडिशा भाग गया था

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 2 फरवरी।
10 दिन पहले सरायपाली थाना क्षेत्र में माइक्रो फाइनेंस कंपनी के रिकवरी कर्मचारी की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या करने वाला कोई और नहीं, बल्कि कंपनी से लोन लेने वाला व्यक्ति है। 

कर्मचारी ने जब उक्त व्यक्ति से सबके सामने तगादा किया और पैसे नहीं देने पर उसे भला बुरा कहा तो उसने कर्मचारी की हत्या करने की प्लानिंग की। आरोपी टेंगनापाली गांव निवासी गजाधर निषाद है। उसने एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी से 40 हजार रुपए का लोन लिया था। सोमवार को सरायपाली एसडीओपी विकास पाटले ने इस पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि गजाधर ने ही रुपए का तगादा करने पर समशीर अली की चाकू मारकर हत्या की थी और पहचान छिपाने के लिए उसका सिर पत्थर से कुचल दिया था। हत्या करने के बाद वह ओडिशा चला गया था। वहां पाईकमाल में वह एक ढाबे में काम कर रहा था, जहां से टीम मुखबिर की सूचना पर रविवार को गिरफ्तार किया।

मामला यह है कि बीते 22 जनवरी को फाइनेंस कंपनी के मैनेजर ने कर्मचारी के गुम होने की शिकायत सरायपाली थाने में दर्ज कराई गई थी और दूसरे दिन 23 जनवरी को कर्मचारी की लाश जंगल में मिली थी। घटना से 10 दिन पहले भी फाइनेंस कर्मचारी समशीर अली गजाधर के घर टेंगनापाली में शेष रकम की वसूली के लिए गया था। गजाधर ने कम्पनी से 40 हजार लोन लिया था और उसे अंतिम किश्त के रूप में मात्र 2300 रुपए जमा करना था। 10 दिन पहले जब समशीर गजाधर के घर पहुंचा तो गजाधर ने पैसे नहीं होने का हवाला दिया। समशीर ने उसे भला-बुरा कह दिया। घटनाक्रम को आसपास के ग्रामीण देख रहे थे।

गजाधर इसी बात से नाराज हो गया और उसे सप्ताहभर बाद में पूरे पैसे देने के लिए बुलाया। तय दिनांक को समशीर फिर से गजाधर के घर गया। गजाधर के पास पैसे थे, लेकिन वह अपनी बेज्जती का बदला लेना चाहता था। इसलिए उसने समशीर से कहा कि राशि गढफ़ुलझर में मिलेगी, चलो वहीं पैसे दे दूंगा। इसके बाद दोनों अलग-अलग बाइक से गढफ़ुलझर के लिए रवाना हुए। वहीं ग्राम कसडोल के नर्सरी प्लाट के पास पहुंचते ही गजाधर ने बाइक खराब होने का बहाना बनाया। समशीर अपनी बाइक से उतरकर उसके पास गया तो गजाधर ने पहले से ही अपने पास रखे चाकू से कर्मचारी पर ताबड़तोड़ वार कर दिया। शव को कोई पहचान न पाए, इसलिए उसने समशीर के सिर को पत्थर से कुचल दिया। वहां से गजाधर वापस अपने घर आया। उसने घर पर अपनी बाइक रखी और साइकिल लेकर ओडिशा चला गया।

पुलिस का कहना है कि 23 जनवरी को फाइनेंस कर्मचारी की लाश मिलने के बाद से ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी। प्रारंभिक पूछताछ में ही यह बात सामने आई थी कि समशीर को गजाधर के साथ देखा गया था। वहीं घटना दिनांक से गजाधर के घर पर नहीं होने की सूचना भी पुलिस को मिल गई थी। यही कारण है कि पुलिस ने घटना दिनांक के दो दिन बाद ही गजाधर के खिलाफ  नामजद अपराध भी दर्ज कर लिया था। वहीं रविवार को पुलिस को गजाधर के बारे में पुख्ता जानकारी मिली कि वह पाईकमाल के एक ढाबे में काम करता है। सूचना पर पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर के निर्देशन में एक टीम तैयार की गई थी जिसमें सरायपाली थाना प्रभारी वीणा यादव, चौकी प्रभारी बलौदा एसआई जितेंद्र कुमार विजयवार सहित पुलिस के जवान शामिल थे।

 


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