महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,17 दिसंबर। मंगलवार को विजय दिवस की 54 वीं वर्षगांठ एवं ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय पूर्व सैनिक जिला इकाई महासमुंद ने इस पल को यादगार बनाने के लिए एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कर्नल एडम कमांडेंट कोसा हेडक्वार्टर रायपुर के अभिषेक यूनियाल थे।
गौरतलब है कि 16 दिसंबर 1971 को भारत ने पाकिस्तान को हराकर युद्ध जीता था और 93 हजार पाकिस्तानी सेना ने आत्मसमर्पण किया था। यह युद्ध भारत के लिए ऐतिहासिक और हर देशवासी के हृदय में उमंग पैदा करने वाला साबित हुआ। इसी की याद में देश भर में 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी कड़ी में मुख्य अतिथि ने सर्वप्रथम छत्तीसगढ़ प्रदेश के शहीद जवानों के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित कर शहीदों को नम आंखो से याद कर श्रद्धांजलि दी ।
कार्यक्रम में 7 शहीद परिवार को शाल-श्रीफल देकर सम्मानित किया गया साथ ही पूर्व सैनिकों के द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त 5 नवजवानों का अग्निवीर में चयन होने पर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में कॉलेज की छात्राओं ने ऑपरेशन सिंदूर पर आधारित बहुत ही मोहक रंगोली बनाई थी। जिसका अवलोकन मुख्य अतिथि ने किया।
कार्यक्रम में नेत्रहीन फॉर्च्यून स्कूल, महर्षि विद्या मंदिर, बचपन स्कूल, श्याम बालाजी कॉलेज एवं कर्मा कॉलेज के छात्र - छात्राओं ने देश भक्ति कार्यक्रम की प्रस्तुति कर समा बांध दिया।
कार्यक्रम के आयोजक ने विजय दिवस की बधाई देते हुए कहा कि हमारी सेना ने 16 दिसंबर 1971 में अपने शौर्य से 93 हजार पाकिस्तानी सैनिकों को आत्मसमर्पण के लिए मजबूर कर दिया था, उसी उपलक्ष्य में हम 19 पूर्व सैनिक और पूरे नगरवासियों के सहयोग से आज विजय दिवस मना रहे हैं।
शहीद के परिजनों का कहना है कि ये सम्मान पाकर हमलोग को काफी गर्व महसूस होता होता है।
गौरतलब है कि अखिल भारतीय पूर्व सैनिकों ने सभी के सहयोग से शहीद स्मारक का निर्माण कराया है और उसका देखरेख स्वयं करते हैं।


