महासमुन्द
जिला खाद्य अधिकारी ने शासन को पत्र लिखा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,10 दिसंबर। महासमुंद जिले की सरकारी राशन दुकानों में नवंबर महीने में मिलने वाला राशन लेप्स हो गया है। इससे हितग्राहियों को नवंबर माह का राशन वितरण नहीं किया जा सका है। इससे हितग्राही परेशान हैं। ऐसे हितग्राही मुफ्त व 1 रुपए में मिलने वाले चावल को अब 27-30 रुपए प्रति किलो के हिसाब से किराना दुकानों से खरीद रहे हैं।
जानकारी अनुसार जिले में ऐसे करीब 20 हजार से ज्यादा हितग्राही हैं जिनका नवंबर माह का राशन नहीं मिल पाया है। राशन नहीं मिलने से अब सरकारी राशन दुकानों में विवाद की स्थिति बन रही है। इससे कर्मचारी घबराए हुए हैं। बुजुर्गों को राशन नहीं मिलने से दुकानों में उधारी में राशन लेकर गुजारा रहे हैं। इसके अलावा कई लोग अपने रिश्तेदारों से चावल लेकर खाना बना रहे हंै। बीते 1 महीने से हितग्राही सरकारी दफ्तरों में भटक रहे हैं। बावजूद अब तक कोई व्यवस्था नहीं बन पाई है। इसे लेकर हितग्राहियों में नाराजगी है।
मालूम हो कि नवंबर महीने में सोसायटी के कर्मचारी हड़ताल में चले गए थे। इसके बाद एक माह तक विभाग के अधिकारियों ने सरकारी दुकानों में राशन वितरण करने को लेकर न तो वैकल्पिक व्यवस्था बनाई और न ही किसी को जिम्मेदारी सौंपी। जब लोग सरकारी राशन दुकान पहुंचते तो ताला बंद रहता था और वे वापस हो जाते थे। लिहाजा हितग्राहियों को राशन नहीं मिल पाया। माह के अंतिम 5 दिनों में वितरण शुरु किया गया। महीने के अंत तक भी सभी को राशन नहीं मिल पाया। अधिकांश हितग्राहियों से वंचित रह गए।
जिला खाद्य अधिकारी अजय यादव ने इस मामले में कहा है कि सोसायटी में कार्यरत हड़ताल के चलते नवंबर माह का राशन वितरण नहीं किया जा सका है। शासन को शेष पत्र लिखा गया है। ताकि शेष हितग्राहियों का आवंटन मिल सके। जिले में 553 सरकारी राशन दुकान है। जहां वर्तमान में 3 लाख 8 हजार 858 बीपीएल श्रेणी के राशन कार्ड हंै। जबकि 39 हजार 166 एपीएल राशनकार्ड हैं। जिले में किसी भी हितग्राही को चावल, शक्कर, नमक, चना व अन्य सामग्री नहीं मिली है।
बहरहाल हितग्राही नवंबर माह का राशन राशन लेने सरकारी राशन दुकानों में पहुंच रहे हैं। लैप्स हो जाने के कारण अब नहीं मिलने की बात को लेकर सेल्समेन और हितग्राहियों के बीच विवाद हो रहा है। इससे कर्मचारी डरे हुए हैं। जिला समिति कर्मचारियों संघ ने कलेक्टर विनय लंगेह से मुलाकात कर अपनी समस्या बताई है। जिला सहकारी समिति के कर्मचारियों ने नवंबर के राशन वितरण के लिए 15 दिसंबर तक अतिरिक्त समय की मांग की है। अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान राशन दुकानों में हितग्राही पहुंचते थे।
लेकिन ताला लटकने के कारण बैरंग लौट जाते थे।


