महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,7 दिसंबर। जन साहस कार्यक्रम के अंतर्गत जिला महासमुंद पुलिस ने साइबर जागरूकता,अभिव्यक्ति ऐप,नशा मुक्ति अभियान महिला संबंधी अपराध एवं यातायात सुरक्षा की जानकारी दी। उपस्थित जनों को सायबर स्टाकिंग, फेक प्रोफ ाइल के संबंध में तत्काल रिपोर्ट करने, सोशल मीडिया में पर्सनल व सेंसिटीव जानकारी न शेयर करने एवं मजबूत पासवर्ड बनाने, ट्रेडिंग एप के नाम पर ठगी, सेक्सटार्शन, फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर डिजिटल अरेस्ट की धमकी देकर ठगी करने एवं एपीके फ ाइल लिंक को ओपन न करने आदि अपराधों के बारे में बताया गया।
कहा गया कि यदि किसी प्रकार के ऑनलाईन फ्रॉड का शक हो तो हेल्प लाईन नंबर 1930 में ऑनलाईन शिकायत दर्ज करें अथवा अपने निकटतम पुलिस थाना या सायबर सेल जाकर रिपोर्ट करें। सोशल मीडिया में अनजान लोगों को रियल लाईफ में सत्यापन किये बिना उनका फ्रेंडशीप रिक्वेस्ट एक्सेप्ट न करें। पर्सनल व सेंसिटीव जानकारी न शेयर करें। मजबूत पासवर्ड बनाएं। शेयर बाजार में निवेश के नाम पर फेक ट्रेडिंग एप के नाम पर ठगी से बचें। किसी भी प्रकार से कोई फोन पे, गूगल पे के माध्यम से पैसा ना भेजें। कोई पुलिस ऑफिसर, सीबीआई या जज, बैंक ऑफिसर या अन्य कोई अधिकारी बनकर वीडियो कॉल करे तो डरें नहीं। किसी भी तरह के ऐसे ऑफर जिसमें पैसा दुगुना करने का लालच दिया जाता है उन पर विश्वास ना करें।
किसी भी प्रकार के नशे से बचें। अपने क्षेत्र में गौ वंश पशुओं की तस्करी के संबंध में किसी भी प्रकार की सूचना मिले तो तत्काल संबंधित थाने को जानकारी दें। इस दौरान वाहन 112 के महत्व को भी साझा किया गया। जिसमें लगभग 100 से ज्यादा छात्र-छात्राएं, शिक्षक शिक्षिकाएं एवं गांव की मितानिन सम्मिलित हुए।


