महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,15 नवंबर। नालसा एवं छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के स्टेट प्लान ऑफ एक्शन के 14 नवंबर बाल दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष तथा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिता डहरिया के मार्गदर्शन पर शिविर आयोजित किया गया।
बाल दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव आफरीन बानो ने शासकीय मिडिल स्कूल बरोंडा बाजार और व्यवहार न्यायालय बागबाहरा के न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी अविनाश टोप्पो द्वारा कार्मेल स्कूल बागबाहरा में कानून के जागरूकता विषयों पर अधारित शिविर आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महासमुंद की सचिव आफरीन बानो ने कहा कि बाल दिवस केवल एक उत्सव नहीं बल्कि एक अवसर है जब हमें बच्चों के अधिकारों उनके कल्याण और उनके भविष्य की सुरक्षा के बारे में सोचने हेतु प्रेरणा मिलती है। बच्चे देश और दुनिया का भविष्य हैं। ऐसे में उन्हें संवारना और आने वाले कल के लिए तैयार करना, पूरे समाज की जिम्मेदारी है। बाल दिवस का मकसद बच्चों को उनके अधिकारों, उनके कल्याण और उनकी खुशहाली के बारे में समाज को जागरूक करने का है। इसके अलावा बच्चों के साथ कानून से संबंधित सामान्य जानकारियों पर तर्कसंगत चर्चा की गई।
बाल श्रम,बाल तस्करी एवं बच्चों से संबंधित होने वाले अपराधों के बारे में बच्चों को विस्तारपूर्वक जानकारी दी साथ ही नालसा हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर 15100 के माध्यम से भी विधिक सलाह एवं सहायता पाने की जानकारी प्रदान की गई। इसी प्रकार आरक्षी केन्द्रों में पदस्थ अधिकार मित्रों के द्वारा अपने अपने थाना क्षेत्रों के स्कूलों में जाकर बाल दिवस के अवसर पर शिविर आयोजित किया गया।


