महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,15 नवंबर। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मूलभूत तत्व बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान एफ एलएन को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से महासमुंद ब्लॉक की 225 प्राथमिक शालाओं में एफ एलएन मेला का आयोजन किया गया। करके देखबो, सीख के रहिबो की अवधारणा पर आधारित इस मेले का उद्देश्य साल 2027 तक प्रत्येक बच्चे को भाषाई और गणितीय दक्षता से पूर्णत: निपुण बनाना है। प्रत्येक स्कूल में कुल 48 काउंटर स्थापित लगाए गए, जिनमें गणित के 15 काउंटर, हिंदी 17 काउंटर, अंग्रेजी 11 काउंटर, बालवाड़ी के 5 काउंटर शामिल थे।
सभी काउंटरों का संचालन बच्चों ने स्वयं किया। शिक्षक मार्गदर्शक व पर्यवेक्षक की भूमिका में रहे। बच्चों ने भाषा, अंग्रेजी और गणित की गतिविधियों को रोचक खेल, मॉडल, टीएलएम और प्रायोगिक अभ्यासों के माध्यम से प्रस्तुत किया। इस दौरान बच्चों ने अनेक प्रकार के प्रोजेक्ट निर्माण किया और प्रदर्शन कर अपनी प्रतिभा को प्रस्तुत किया।
विशेष निरीक्षण शासकीय प्राथमिक शाला भलेसर में आयोजित एफएलएन मेला का निरीक्षण जनपद पंचायत महासमुंद के सीईओ बीएस मंडावी,बीआरसीसी जागेश्वर सिन्हा ने किया। निरीक्षण के दौरान संकुल समन्वयक,चंद्रशेखर डोरा, सहायक शिक्षक दुर्गा यादव, मंजूलता साहू, शिक्षा दूत मीता सिन्हा, पालक, एसएमसी सदस्य व बड़ी संख्या में बच्चे और शिक्षक उपस्थित थे। बच्चों की कार्य-कुशलता की सराहना बच्चों की गतिविधियों के आत्मविश्वासी प्रदर्शन, अवधारणाओं की स्पष्ट समझ और मौलिक सृजनशीलता से प्रभावित होकर सीईओ मंडावी ने प्रतिभागी बच्चों को नगद प्रोत्साहन राशि प्रदान कर सम्मानित किया।
बच्चों ने अलग-अलग गतिविधियों को सीखा शासकीय प्राथमिक शाला रावणभाठा में बाल दिवस व पंडित जवाहरलाल नेहरू का जयंती मनाया गया। इसके बाद एफएलएन मेला का शुरूआत किया गया। प्राथमिक शाला के बच्चों ने गणित, हिंदी और अंग्रेजी विषय पर विभिन्न गतिविधियों के लिए स्टॉल लगाया। बच्चों ने स्टॉल में जाकर पंजीयन कर विभिन्न गतिविधियों को स्वयं करके सीखा।


