महासमुन्द
महासमुंद.11नवंबर। पूर्व संसदीय सचिव व महासमुंद के पूर्व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि पूर्ववर्ती भूपेश सरकार में आम जनता को मिल रही हाफ बिजली बिल योजना को भाजपा सरकार द्वारा बंद किए जाने से पूरे प्रदेश में भाजपा की साय सरकार के विरूद्ध गहरी नाराजगी व्याप्त है। कांग्रेस ने जनहित के इस मुद्दे पर आवाज उठाया है, और आगे भी जनता के हर सुख दुख में कांग्रेस साथ खड़ी है। भाजपा की सरकार ने भूपेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे कई महत्वपूर्ण जनहित की योजनाओं को बंद कर दिया। राज्य में साय सरकार के तानाशाही रवैये से भारी जनाक्रोश है। श्री चंद्राकर ने कहा कि भूपेश सरकार ने गरीब, मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए 400 यूनिट बिजली खपत पर हाफ बिजली बिल योजना का लाभ प्रदेश वासियों को दिया। कांग्रेस के इस योजना से प्रदेश के 60 लाख से अधिक उपभोक्ता परिवारों को हाफ बिजली बिल योजना का लाभ मिला। लेकिन भाजपा ने इस जनहित के महत्वपूर्ण योजना को महज इसलिए बंद कर दिया कि इसे कांग्रेस ने बनाई थी। 400 यूनिट तक खपत में जनता को हाफ बिजली बिल मिलता था। भूपेश सरकार ने बिजली के दामों को भी स्थिर रखा। सरकार बदलते ही भाजपा ने बिजली दर में अनेक दफे वृद्धि की। साथ ही हाफ बिजली बिल योजना भी बंद कर दिया। उससे गरीब उपभोक्ताओं को भारी बिजली बिल का सामना करना पड़ रहा है। साय सरकार ने जनहित की नई योजना तो नहीं बनाई लेकिनए उन तमाम योजनाओं को बंद कर दिया जिससे गरीब व मध्यम वर्ग लोगों को राहत मिल रही थी। सरकार का यह कृत्य गरीब विरोधी होने का प्रमाण है।
श्री चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ के कोयले से देश के अन्य राज्यों में बिजली उत्पादन किया जा रहा है। यह विडंबना ही है कि छत्तीसगढ़ वासियों को अपनी ही संपत्ति का उपभोग खरीदकर करना पड़ रहा है। भाजपा ने अडाणी, अंबानी जैसे उद्योगपति मित्रों को लाभ पहुंंचाने छत्तीसगढ़ के स्थानीय निवासियों का अधिकार छीना है। पानी, बिजली, कोयला, लौह अयस्क जैसे खनिज संपदा से भरपूर छत्तीसगढ़ के लोगों को अपने हक के लिए सरकार का मूंह ताकना पड़ रहा है। श्री चंद्राकर ने कहा कि पूर्ववर्ती भूपेश शासन में मिल रहे 400 यूनिट हाफ बिजली बिल योजना को पुन: लागू कर प्रदेश वासियों को राहत प्रदान करें।


