महासमुन्द

तमोरा के जंगल में सभी 52 बेजा कब्जाधारी ओडिशा के
23-May-2025 3:11 PM
तमोरा के जंगल में सभी 52 बेजा कब्जाधारी ओडिशा के

13 साल पहले आए, झोपडिय़ां बना खेती करने लगे

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

महासमुंद, 23 मई। गुरुवार को गांधी ग्राम तमोरा में जिन 52 लोगों के द्वारा किए गये अतिक्रमण को तोडऩे के बाद पता चला है कि सभी 52 परिवार ओडिशा से आकर छत्तीसगढ़ में दबे पांव खेती-बाड़ी करते हुए जंगल की जमीन पर अतिक्रमण किए हुए थे। सभी 52 परिवारों के खिलाफ बेदखली कार्रवाई करने जब वन विभाग और पुलिस की टीम पहुंची तो तमोरा गांव में बवाल मच गया। कार्रवाई के दौरान बुधवार को ग्रामीणों और वन अमले के बीच झड़प हो गई थी। आखिरकार वन विभाग ने 52 परिवारों को अवैध कब्जे से बेदखल कर पाने में सफलता पा ली है।

जानकारी के मुताबिक कार्रवाई के लिए वन विभाग का अमला तडक़े 21 मई को तडक़े 4 बजे भारी-भरकम बल लेकर पहुंचा था। जिसमें वन विभाग के करीब 80 अफसर-कर्मचारी और पुलिस विभाग के 21 जवान शामिल थे। बताया जा रहा है कि बागबाहरा ब्लॉक के तमोरा गांव में पड़ोसी राज्य ओडि़शा के 52 परिवार वन परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक 95 और 96 पर कब्जाकर खेती-बाड़ी कर रहे थे। लगभग 13 वर्षों से वे करीब ढाई सौ एकड़ जमीन पर धान और सब्जियां उगाते आ रहे थे। वहीं पर उन्होंने झोपडिय़ां भी बना रखी थी। उन झोपडिय़ों में सपरिवार रहते भी थे।

मालूम हो कि वन विभाग ने उन्हें बेजा कब्जा छोडऩे के लिए कई बार चेतावनी भी और समय-समय पर नोटिस भी दिया। लेकिन संबंधित 52 परिवारों में से एक ने भी कब्जा नहीं छोड़ा। 10 दिन पहले दिए गए नोटिस के बाद भी जब लोगों ने कब्जा नहीं छोड़ा तो वन विभाग की टीम बुधवार को पुलिस बल लेकर तमोरा गांव पहुंची। यहां अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू होते ही कब्जाधारियों ने विरोध शुरू कर दिया। कार्रवाई बाधित करने की कोशिश की।

 

 इस दौरान दोनों पक्षों में काफी देर तक झड़प हुई। वन विभाग की महिला कर्मियों ने ग्रामीण महिलाओं को घसीटकर बसों में बिठाया। आखिर में अमले ने वन परिक्षेत्र में बने खेत और मेड़ को ध्वस्त कर दिया। साथ ही कब्जाधारियों को दोबारा कब्जा न करने की समझाइश दी। यहां तमोरा गांव से करीब एक किलोमीटर दूर जंगल में कुल 52 परिवार रह रहे थे। इनमें से अधिकतर आदिवासी परिवार 2012 से इस भूमि पर खेती कर रहे थे। बहरहारल विभाग ने अतिक्रमणकर्ताओं को पड़ोसी जिला गरियाबंद के छुरा ब्लॉक के पाटसेंद्री गांव में रखा है। इनमें से ग्रामीण संत कुमार खैरवार, गणेश यादव और रमेश ध्रुव सहित अन्य लोगों ने बताया कि उन्हें गोंड समाज के भवन में रखा गया है।


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