महासमुन्द

खैर लकड़ी की तस्करी, दो गिरफ्तार
09-Jun-2024 3:25 PM
खैर लकड़ी की तस्करी, दो गिरफ्तार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा,/ महासमुंद, 9 जून।
वन विभाग की टीम ने सरायपाली वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम बेलटिकरी से सागरपाली मार्ग पर भारी मात्रा में अवैध खैर लकड़ी की तस्करी कर रहे दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
वन विभाग से मिली जानकारी अनुसार विभाग की टीम के द्वारा मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर सरायपाली परिक्षेत्र अंतर्गत बेलटिकरी से सागरपाली मार्ग के बीच में वाहनों की तलाशी की जा रही थी। इसी दौरान 7 जून को लगभग शाम 6 बजे एक टाटा 407 वाहन कमांक

सीजी 05 डी 0804 की जांच की गई, जिसमें भारी मात्रा में खैर लकड़ी पाया गया। वाहन में सवार अगस्ती राम ग्राम कुंडापाली एवं रमणी राम ग्राम प्रधानपाली जिला बरगढ़ से उक्त लकड़ी के सबंध में पूछताछ करने पर वे किसी प्रकार का वैध कागजात नहीं दिखा पाये।
पूछताछ में उन्होंने प्रशान्त ग्राम लुहराचट्टी के कहने पर रोहित प्रधान ग्राम कतारपाली एवं बबलू ग्राम तबडा के साथ उक्त लकड़ी को ग्राम मल्दामाल से तुहराचट्टी लुकुढाबा (प्रशांत ढाबा) के पास ले जाना बताया।

इस प्रकार गीली खैर लकड़ी से भरी वाहन में अवैध लकड़ी परिवहन पाये जाने पर वन विभाग के द्वारा भारतीय वन अधिनियम 1927 के विभिन्न धाराओं के अतर्गत उक्त लकड़ी को वाहन समेत बरामद किया गया. जब्त वनोपज खैर 201 नग, 1.811 घ.मी. जिसका अनुमानित मूल्य 22041 रुपये आंकी गई है।

गौरतलब है कि सरायपाली के वनांचल क्षेत्रों में बड़ी संख्या में कीमती लकड़ी खैर प्रजाति के वृक्ष पाये जाते हैं। जिले का अंतिम छोर एवं ओडिशा सीमा से लगा होने के कारण लकड़ी तस्कर खैर लकड़ी की तस्करी के लिए इन्हीं सीमावर्ती क्षेत्रों का उपयोग करते हैं। पूर्व में भी कई बार खैर लकड़ी की तस्करी करने वाले पकड़े गए हैं, लेकिन इसके बावजूद इसकी तस्करी थमने का नाम ही नहीं ले रही है।
क्षेत्रवासियों के द्वारा इस दिशा में वन विभाग की ओर से और अधिक मुस्तैदी की अपेक्षा की जा रही है, ताकि इन कीमती लकडिय़ों की तस्करी पर पूरी तरह विराम लगाया जा सके।


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