महासमुन्द

जिले में फिर नए 9 कोरोना संक्रमित, तीन गांव कंटेनमेंट जोन
07-Jan-2022 4:39 PM
जिले में फिर नए 9 कोरोना संक्रमित, तीन गांव कंटेनमेंट जोन

बागबाहरा ब्लॉक के साल्हेभंाठा प्राथमिक स्कूल में 2 बच्चे संक्रमित, स्कूल बंद  

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,7 जनवरी।
महासमुंद जिले में कल गुरूवार को 9 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है और कल ही 9 संक्रमित भी स्वस्थ भी हुए हैं। सभी नए संक्रमितों का स्वास्थ्य स्थिर है। नए मिले संक्रमितों के बाद स्वास्थ्य विभाग के साथ प्रशासन भी सक्रिय हो गया है और इनके कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर जोर दिया जा रहा है। जिले में लगातार तीन दिनों से कोरोना संक्रमितों की पहचान हो रही है। कहा जा सकता है कि  महासमुंद जिले में भी अब कोरोना संक्रमण की रफ्तार एक बार फिर से बढ़ गई है। इसे नियंत्रित करने के लिए गुरूवार को ही तीन गांवों को प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है।

कल महासमुंद ब्लॉक से 1, बागबाहरासे 3, पिथौरा से 1, बसना से 1 और सरायपाली से 3 नए संक्रमितों की पहचान हुई है। कल बागबाहरा ब्लॉक में मिले संक्रमितों में से एक 11 साल का बच्चा शामिल है। जिला प्रशासन ने कोरोना नियंत्रण के लिए बागबाहरा ब्लॉक के दो और सरायपाली ब्लॉक के एक गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित किया है। इसमें बागबाहरा ब्लॉक का साल्हेभाठा व तंदूकोना है और सरायपाली ब्लॉक का गांव बैतारी है। तीनों गांवों में यातायात और कंटेनमेंट जोन के भीतर आने वाले सभी दुकान, संस्थान और स्कूलों को बंद रखा जाएगा।

इन गांवों में लोगों के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए टीम बनाई गई है। जिले में पिछले दिनों से आए कोरोना मामलों की तेजी को देखते हुए जिला मुख्यालय में मास्क अभियान छेड़ दिया गया है। इसके तहत कोटवारों ने पालिका कार्यालय के सामने मास्क नहीं पहनने वालों को रोककर उन्हें कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने कहा और चालानी कार्यवाही भी की। साथ ही पालिका द्वारा वाहनों में लाउडस्पीकर के माध्यम से भी लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। रेलवे स्टेशन में स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात की गई है। दूसरे राज्यों से आने वालों का रैपिड एंटीजेन टेस्ट कर उनका ब्यौरा रखा जा रहा है।

बुधवार को बागबाहरा ब्लॉक के साल्हेभंाठा प्राथमिक शाला के 2 बच्चे कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इसे देखते हुए स्कूल प्रशासन ने स्कूल को सात दिनों के लिए बंद करने का आदेश दिया है। हालांकि देर शाम तक जिला प्रशासन ने पूरे गांव को ही कंटेनमेंट जोन घोषित करने का आदेश जारी कर दिया।

कोरोना जांच दल अधिकारी डा. छत्रपाल चंद्राकर के मुताबिक  सभी संक्रमितों का स्वास्थ्य स्थिर है। जिले में फिर नए 9 कोरोना संक्रमित मिले हैं। तीन गांवों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। जिले में अब 24 एक्टिव केस है। कोरोना जांच में भी तेजी आई है। सभी 24 का इलाज घर पर ही होर हा है और सभी की हालत स्थिरहै। इनका कहना है कि विदेशों से लौटे लोगों में फिलहाल संक्रमण नहीं मिला है। कल गुरूवार को भी मिले संक्रमितों की विदेशों की ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है।

महासमुंद जिले में जैसे-जैसे मामले सामने आते जा रहे हैं, लोग भी कोरोना जांच करवाने सामने आ रहे हैं। पिछले तीन दिनों में रोजाना कोरोना जांच के आंकड़ों में तेजी देखी जा रही है। बीते 3 जनवरी को जिले में 577 लोगों की जांच हुई थी, जिसमें एक भी पॉजिटिव नहीं पाया गया। 4 जनवरी को जांच की संख्या बढक़र 778 तक पहुंची, जिसमें 7 संक्रमित पाए गए।
 5 जनवरी को 951 लोगों की जांच हुई जिसमें 5 संक्रमित पाए गए और कल गुरूवार 6 जनवरी को 1057 लोगों की जांच हुईए जिसमें 9 संक्रमितों की पहचान हुई है। कोरोना जांच में अब एंटीजेन के साथ-साथ ट्रू नॉट और आरटीपीसीआर जांच भी बढ़ी है। गुरूवार को ही आरटीपीसीआर के 184, ट्रू नाट के 111 और रैपिड एंटीजेन के 762 कोरोना टेस्ट किए गए। बढ़ते संक्रमण के बीच राहत की बात यह है कि पिछले दो माह से मिले सभी संक्रमितों में हल्का लक्षण ही पाया गया और सभी का स्वास्थ्य स्थिर रहा। अभी मिल रहे संक्रमितों का स्वास्थ्य भी स्थिर बना हुआ है और सभी 24 एक्टिव मरीज चिकित्सकीय सलाह के साथ होम आइसोलेशन पर ही हैं।

मालूम हो कि किशोरों को कोरोना से बचाने 3 जनवरी से शुरू हुए टीकाकरण अभियान के तहत महासमुंद जिले में अब तक लक्ष्य के सापेक्ष लगभग 65 फीसदी किशोरों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। किशोरों के टीकाकरण का 50 फीसदी का आंकड़ा अभियान के तीसरे दिन ही हासिल कर लिया गया था और चौथे दिन लगभग 10 हजार बच्चों को टीका लगाकर पूरे लक्ष्य का 65 फीसदी टीकाकरण कर लिया गया।

जिले भर में शुक्रवार को कुल 62 स्कूलों में टीकाकरण शिविर आयोजित है। इन स्कूलों में पात्र छात्रों की संख्या के अनुसार ही वैक्सीनेटर टीम की ड्यूटी लगाई गई है। जानकारी मिली है कि जिले में कोवैक्सीन टीके का स्टॉक 5 से 6 हजार के बीच ही है। जिसके चलते आज कम ही संख्या में शिविर निर्धारित किए गए हैं। विभागीय अधिकारी जल्द ही राज्य की ओर से को वैक्सीन टीके की आपूर्ति होने की बात कह रहे हैं। टीके की पर्याप्त आपूर्ति के साथ ही जल्द से जल्द इस टीकाकरण का पूरा लक्ष्य भी हासिल करने का दावा किया जा रहा है।
 


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