महासमुन्द

सामुदायिक वन अधिकार पर कार्यक्रम में जुटे 15 गांवों के आदिवासी
26-Dec-2021 5:16 PM
सामुदायिक वन अधिकार पर कार्यक्रम में जुटे 15 गांवों के आदिवासी

जंगल के बीच बसे गांवों में इस कानून का लाभ दिलाने पूरा प्रयास किया जाएगा-विनोद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 26 दिसंबर।
छत्तीसगढ़ महिला किसान मंच की सदस्य हेमलता राजपूत ने जानकारी दी है कि महासमुंद ब्लाक के कोडार रेस्ट हाऊस में सामुदायिक वन अधिकार अधिनियम 2006 के तहत सामुदायिक वन संसाधन अधिकार का क्रियान्वयन एवं स्थानीय विधानसभा के जन प्रतिनिधियों के सम्मान हेतु एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें महासमुंद ब्लाक के 15 गांवों, पीढ़ी, दर्रीपाली, पतईमाता, छपोराडीह, सिरपुर, सेनकपाट, जोगीडिपा, खमतराई, रुमेकेल, जोरातराई, चुहरी, सुकुलबाय, नवागांव, कौंआझर, सिंघुपाली गांव के लोग शामिल हुए।

इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में विनोद सेवनलाल चंद्राकर विधायक विधानसभा महासमुंद व संसदीय सचिव थे। श्री चंद्रकार ने इस अवसर पर कहा कि वर्तमान सरकार ने वन अधिनियम को गंभीरता से पारित किया है। जिसका लाभ हमारे आदिवासी और गैर आदिवासी भाई बहन ले रहे हैं। जंगल के बीच बसे अन्य गांवों में भी इस कानून का लाभ दिलाने पूरा प्रयास किया जायेगा। जिला पंचायत सदस्य अमर अरुण चंद्राकर ने वन अधिकार पत्र वितरण की उपलब्धि बताई।

अन्य वक्ता जनपद उपाध्यक्ष त्रिलोकी राधेश्याम ध्रुव ने आदिवासी हितकारी पेसा कानून में ग्रामसभा के अधिकार की जानकारी दी।  जनपद सभापति व जनपद सदस्य रमाकांत ध्रुव ने स्थानीय संगठन की मजबूतीकरण और आयोजन में महिलाओं की एकजुटता की प्रशंसा की।  वनाधिकार समिति ग्राम जोगीडीपा के सत्यवान ध्रुव ने सामुदायिक वन संसाधन अधिकार के संबंध में एक्सपोजर विजीट का अनुभव सांझा किया। कार्यक्रम के अंतिम वक्ता राम गुलाल सिन्हा ने प्रेरक समिति, वन संसाधन अधिकार कानून, जंगल के संरक्षण, ग्रामसभा को मालिकाना हक के बारे में जानकारी दी।

इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से जनपद अध्यक्ष यतेन्द्र साहू, जनपद सदस्य अजय मंगल सिंह ध्रुव, निधि लोकेश चंद्राकर, घासुराम दीवान, जनपद सदस्य एवं लोहारडीह सरपंच शकुन्तला साहू, वनाधिकार समिति अध्यक्ष सचिव मंच में आसीन थे। कार्यक्रम के दौरान बालिका दल, जय गौरी गोरी सुआ टीम नांदबारू ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।


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