महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 24 दिसंबर। बसना नगर पंचायत के वार्ड 9 से निर्दलीय प्रत्याशी शीत गुप्ता के चुनाव जीतने से अब भाजपा नेता ही भाजपा नेतृत्व पर उंगली उठाने लगे हैं। ज्ञात हो कि निर्दलीय विजयी प्रत्याशी भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता हंै। ज्ञात हो कि पूर्व कांग्रेस पार्षद असफाक खान के निधन के बाद पद रिक्त हो जाने पर उपचुनाव हुआ।
मिली जानकारी के अनुसार इस चुनाव में भाजपा की ओर से शीत गुप्ता को टिकट नहीं मिलने पर उन्हें नीलांचल सेवा समिति द्वारा मैदान में उतारा गया। चुनाव परिणाम में भाजपा तीसरे नंबर पर रही। भाजपा को कुल 312 मतों में मात्र 42 वोट ही मिले, जबकि दूसरे नंबर पर रही कांग्रेस प्रत्याशी को भी मात्र 61 वोटों से संतोष करना पड़ा, जबकि नीलांचल के शीत गुप्ता ने रिकॉर्ड 312 वोट में 205 वोट प्राप्त हुए।
नीलांचल सेवा समिति के संस्थापक संपत अग्रवाल के पार्टी प्रवेश नहीं किये जाने के चलते अब पूरे विधानसभा में भाजपा की किरकिरी होने लगी है। बसना में लगातार भाजपा की हार के बाद अब बसना नगर पंचायत के एक पार्षद चुनाव में भी भाजपा प्रत्याशी के निम्न स्तरीय प्रदर्शन से अब जिला भाजपा नेतृत्व निशाने पर आ गया है।
भाजपा गढफ़ुलझर मंडल के महामंत्री हरजिंदर सिंह हरजु ने इस संबंध में भाजपा जिलाध्यक्ष से नैतिकता के नाते त्यागपत्र की मांग भी की है। श्री हरजु ने बताया कि भाजपा की इतनी बुरी स्थिति इसके पहले कभी नहीं हुई, लिहाजा अब भाजपा को मजबूत करने के लिए बगैर देर किए बसना विधानसभा क्षेत्र व लोकप्रिय नेता सम्पत अग्रवाल को तत्काल भाजपा प्रवेश देकर पार्टी को मजबूत करना चाहिए।