महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 10 दिसंबर। उप अभियंता को वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए 25 लाख रुपए की मांग करने की शिकायत पर सरायपाली पुलिस ने मामला दर्ज कर ब्लैकमेल करने वाले ठेकेदार व उसके दो सहयोगियों को सेटलमेंट के बहाने बुलाकर गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए तीनों आरोपी ग्राम बम्नीडीह, चांपा जिला जांजगीर-चांपा के रहने वाले हैं।
पुलिस का कहना है कि ठेकेदार ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर पहले तो पीडब्ल्यूडी के उप-अभियंता को पैसे देते हुए वीडियो बनाया। फि र उपअभियंता को वही वीडियो दिखाकर ब्लैकमेल करने लगे। परेशान होकर उपअभियंता ने मामले की शिकायत सरायपाली थाने में की।
सरायपाली थाना प्रभारी आशीष वासनिक के मुताबिक पीडब्ल्यूडी के उप अभियंता एके देवांगन ने तीनों के खिलाफ ब्लैक मेलिंग करने के संबंध में शिकायत की थी। इसके बाद ठेकेदार जांजगीर चांपा निवासी राहुल सिंघानिया, उसके साथी पवन केशरवानी व निशाक चंद्रा के खिलाफ अपराध दर्ज करते हुए तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
थाना प्रभारी के मुताबिक सरायपाली उप-संभाग के अंतर्गत ई-श्रेणी के ठेकेदार को साल 2021-22 में प्राथमिक शाला बगईजोर पहुंच मार्ग का काम मिला था। जांजगीर चांपा के ठेकेदार राहुल सिंघानिया ने निर्माण कार्य किया था। इस काम का करीब डेढ़ लाख रुपए सागुनीडीह बसना निवासी हरिलाल सिंह का पेमेंट शेष रह गया था। उसने एसडीओ को लिखित में शिकायत की थी।
इस मामले की जांच उपअभियंता एके देवांगन के पास पहुंची। उन्होंने रुपए वापस करने ठेकेदार को कहा और 18 अक्टूबर को पत्र भी दिया था। इसके बाद ठेकेदार राहुल सिंघानिया अपने पिता व भाई के साथ डेढ़ लाख रुपए लेकर प्रार्थी के घर पहुंचा और टेबल में रख दिया।
इसी दौरान राहुल ने इसका वीडियो बना लिया। कुछ दिन बाद उप अभियंता से राहुल सिंघानिया, उसके दोस्त पवन व निशांक वीडियो वायरल करने की बात कहकर 25 लाख रुपए देने का दबाव बनाने लगे। जब उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी तो तीनों ने यह वीडियो एसडीओ सरायपाली को भेजा। वहां से भी जब कोई रिस्पांस नहीं मिला तो फि र से प्रार्थी को प्रताडि़त करना शुरू कर दिया। मामला 14 अक्टूबर 2021 के बाद से शुरू हुआ।
टीआई ने बताया कि प्रार्थी के रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद तीनों को पकडऩे की योजना बनाई गई। इसके बाद प्रार्थी उप अभियंता की ओर से ठेकेदार राहुल सिंघानिया को फ ोन लगाकर 25 लाख रुपए देने और इसके एवज में वाीडियो को वापस देने की बात कही गई। आरोपी लालच में आ गए और उनकी बात मान गए। बुधवार को आरोपी सरापयाली पहुंचे। उपअभियंता ने उन्हें कृषि उपज मंडी में बुलाया। इधर योजना के अनुसार पुलिस पहले से ही कृषि मंडी में तैनात थी। आरोपी जैसे ही कृषि उपज मंडी पहुंचे, उसी समय पुलिस ने तीनों को पकड़ लिया।