महासमुन्द

महासमुंद, 4 अक्टूबर। मानसून सीजन समाप्त हो चुका है। आगामी 1 जून से शुरू होने वाला मानसून सीजन 30 सितंबर को समाप्त हुआ। इस दौरान जिले में 925 मिमी औसत वर्षा रिकॉर्ड की गई, जो जिले में होने वाली औसत बारिश 1192 मिमी से 267 मिमी कम है।
इस साल महासमुंद समेत प्रदेशभर में अच्छी बारिश की उम्मीद थी। जून में मानसून के शुरुआती दिनों में हुई बारिश से कुछ ऐसा ही कयास लगाया गया थाए लेकिन जुलाई और अगस्त महीने में काफी कम बारिश हुई। हालांकि सितंबर में हुई बारिश ने इसकी कुछ हद तक पूर्ति कर दी है।
इस वर्ष महासमुंद जिले में पिछले चार महीने में औसतन 45 दिन बारिश हुई है। जिले में कुल 925 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जो पिछले पांच साल में सबसे कम है। सबसे कम बारिश इस बार अगस्त में केवल 105 मिमी बारिश दर्ज की गई।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि ओवरऑल मानसून ठीक रहा। प्रदेश में औसतन 56 दिन बारिश हुई है। हम पहले से ही 5 फीसदी प्लस-माइनस लेकर चलते हैं। उसके अनुसार देखें तो प्रदेश में औसत 1108 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि सामान्य वर्षा 1142 मिलीमीटर है।
पूरे मानसून सीजन में इस साल सर्वाधिक बारिश सितंबर के महीने में ही हुई है। सितंबर के महीने में हुई 315 मिमी बारिश ने फसलों को काफी फायदा पहुंचाया है। जिले के कृषि विभाग के अधिकारियों की मानें तो सितंबर में हुई बारिश के कारण फसलों को राहत मिली है। इसके पहले तक अनुमान था कि इस साल कमजोर बारिश के कारण फसलों को नुकसान होगा, लेकिन सितंबर की बारिश के बाद ऐसी स्थिति नहीं है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एक निम्न दाब का क्षेत्र मध्य बिहार के ऊपर स्थित है। इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा 4.5 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है।
मध्य बिहार में स्थित निम्न दाब का केंद्र से अंदरूनी ओडिशा तक द्रोणिका स्थित है। इसके असर से प्रदेश के कुछ हिस्सों में सोमवार को हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।