महासमुन्द

अफसरों को अब तक मशीन का इंतजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,18 अगस्त। ई-पॉस (इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ सेल) मशीन नहीं आने के कारण वन नेशन वन कार्ड योजना का लाभ जल्द लोगों को नहीं मिल पा रहा है। लोग इस योजना का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस योजना की शुरुआत होने से शहर, ग्रामीण सहित अन्य प्रदेशों में रहने वाले लोग भी वहीं राशन ले सकेंगे। दूसरे प्रदेश के यहां रहने वालों को भी लाभ मिलेगा। अगस्त की शुरुआत में खाद्य विभाग के अधिकारी ने ट्रायल होने की बात कहीं थी, लेकिन अगस्त का दूसरा पखवाड़ा बीत गया, अभी तक ट्रायल नहीं हुआ। इस महीने भी ट्रायल के आसार नहीं हैं। विभाग के अधिकारी अब तक मशीन का इंतजार कर रहे हैं।
जिला खाद्य विभाग अधिकारी नीतीश त्रिवेदी का कहना है कि अभी मशीनें नहीं आई है। ट्रायल नहीं हो पाया है। मालूम हो कि धमतरी में टॉयल होने के बाद अन्य जिलों में भी जल्द ही ट्रायल की बात प्रशासन की ओर से कही गई थी। अब सितंबर में करने की बात कही जा रही है। विभागीय जानकारी के अनुसार ई.पॉस मशीन की लेटलतीफी से आने का कारण इलेक्ट्रॉनिक कांटा बताया जा रहा है। पहले शासन स्तर पर ई-पास मशीन वितरण करने की बात कही गई थी। बाद में ई-पॉस मशीन के साथ इलेक्ट्रॉनिक कांटा भी भेजने की योजना बनाई गई है। दोनों अगस्त के अंतिम तक आने की उम्मीद जताई जा रही है।
गौरतलब है कि महासमुंद जिले के पांचों जनपदों में 2 लाख 84 हजार 185 राशन कार्ड जारी किए गए हैं। यहां 9 लाख 79 हजार 793 सदस्य हैं। इनमें से 9 लाख 70 हजार 738 सदस्यों का आधार राशन कार्ड से लिंक है। इसके अलावा 9055 सदस्यों का आधार से लिंक नहीं है। इसमें यदि कोई भी अन्य प्रदेश में हैं, तो उन्हें योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
इसी तरह पांचों ब्लॉक के पांचों नगरीय निकाय के 30 हजार 942 राशन कार्ड हंै। कुल 109366 सदस्य हैं, लेकिन 109024 सदस्यों का ही आधार लिंक है, 342 सदस्यों का नहीं हुआ है। समय रहते यदि 342 सदस्य भी अपने आधार कार्ड का लिंक करा लेते हैं, तो लाभ मिलेगा।
इलेक्ट्रॉनिक पॉइंट ऑफ सेल डिजिटल सिस्टम ई.पॉस ऐसी मशीन है, जो इंटरनेट के माध्यम से एक ऐसे सिस्टम से जुड़ा है जिसमें देशभर के सार्वजनिक वितरण प्रणाली और उपभोक्ताओं के नंबर लिंक है। इससे कोई भी व्यक्ति किसी भी राज्य में अपने राशन कार्ड से राशन ले सकेगा। जिले में पहले शहरी क्षेत्रों की दुकानों का ट्रायल होगा। इसके बाद ग्रामीण क्षेत्रों के लिए मशीन मंगाई जाएगी। फिलहाल शहरी क्षेत्र के लिए 38 दुकानों को ई.पॉस मशीन व इलेक्ट्रॉनिक कांटा वितरण किया जाएगा।
शासन स्तर पर मांग भेज दी गई है।