ताजा खबर

चीनी कंपनियों से समझौते रद्द करे महाराष्ट्र : CAIT
कन्फेडेरशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मांग की है कि उनकी सरकार चीन की तीन कंपनियों के साथ हाल में किए समझौते रद्द करे. कैट ने भारत में चीनी सामानों के बहिष्कार के राष्ट्रीय अभियान का आव्हान किया है. कैट ने राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा की ऐसे समय जब पूरा देश चीन के खिलाफ एकसाथ उठ कर खड़ा हो गया है ऐसे में महाराष्ट्र सरकार की ओर से चीन की कंपनियों से समझौता करना उचित नहीं है. खंडेलवाल ने कांग्रेस के दोहरे मानकों की भी आलोचना करते हुए कहा की एक तरफ तो कांग्रेस चीन को लेकर प्रधानमंत्री से सवाल कर रही है, जबकि दूसरी ओर कांग्रेस शिवसेना के साथ महाराष्ट्र में चीनी कंपनियों के साथ मिलीभगत कर रही है जो बेहद अफसोसजनक है.
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि उपलब्ध जानकारी के अनुसार, तीनों चीनी कंपनियां- हेंगली इंजीनियरिंग, पीएमआई इलेक्ट्रो मोबिलिटी सॉल्यूशंस जेवी विद फोटॉन और ग्रेट वॉल मोटर्स पुणे जिले के तालेगांव में निवेश करेंगी. हेंगली इंजीनियरिंग 250 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, पीएमआई ऑटो सेक्टर में 1,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी और ग्रेट वाल मोटर्स 3,770 करोड़ रुपये के निवेश के साथ एक ऑटोमोबाइल कंपनी स्थापित करेगी.
CAIT ने उद्धव ठाकरे को भेजा पत्र
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भेजे पत्र में उन्होंने कहा कि इस समय पूरा देश अत्यधिक गुस्से और रोष से भरा हुआ है ताकि चीन को न केवल सैन्य रूप से मजबूत प्रतिक्रिया दी जा सके बल्कि आर्थिक रूप से भी चीन को धक्का पहुंचाया जा सके. कैट ने कहा की सारा देश इस बात को मानता है की महाराष्ट्र सरकार महान राष्ट्रवादी और भारत के राजनीतिक दिग्गज बालासाहेब ठाकरे को अपने आदर्श के रूप में मानती है, जो हमेशा स्वदेशी में विश्वास करते थे और भारत के विरोधियों के खिलाफ मजबूती से खड़े रहे. कैट ने यह उम्मीद जताई है की चीन के खिलाफ भारत में बने मौजूदा हालात के मद्देनजर उद्धव ठाकरे तीनों चीनी कंपनियों के साथ हुए समझौते को तुरंत रद्द करेंगे.(www.financialexpress.com)