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सोनी सोढ़ी ने लगाए आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 20 नवंबर। आंध्रप्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू जिले में मुठभेड़ में मारे गए नक्सल नेता माड़वी हिड़मा और उनकी पत्नी मडक़म राजे का गुरूवार को अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ी।
हिड़मा नक्सलियों की शीर्ष कमेटी के अकेले आदिवासी सदस्य थे जो छत्तीसगढ़ के सुकमा के रहने वाले थे। दो दिन पहले हिड़मा और उनकी पत्नी समेत 7 नक्सली पुलिस मुठभेड़ में मारे गए। हिड़मा पर एक करोड़ का ईनाम था। गुरूवार को सुकमा जिले के पूवरती गांव में आदिवासी रीति-रिवाजों से अंतिम संस्कार किया गया। पूरा गांव शोक में डूबा हुआ था।
हिड़मा की मां और उनके परिजनों का रोते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। आदिवासी कार्यकर्ता सोनी सोढ़ी ने एक वीडियो में कहा कि इतिहास हिड़मा को एक बागी के तौर पर नहीं, बल्कि एक ऐसी आवाज के तौर पर याद करेगा जिसमें सरकार की ज्यादतियों को चुनौती दी थी। उन्होंने मुठभेड़ के फर्जी होने का आरोप लगाया, और कहा कि उनकी हत्या को बस्तर में राज्य की एक बड़े उदाहरण के रूप में देखा जाना चाहिए।


