ताजा खबर

जम्मू कश्मीर: आप विधायक की गिरफ्तारी से डोडा में तनाव, शांति समिति की हुई बैठक
12-Sep-2025 10:07 AM
जम्मू कश्मीर: आप विधायक की गिरफ्तारी से डोडा में तनाव, शांति समिति की हुई बैठक

डोडा (जम्मू कश्मीर), 11 सितंबर। जम्मू कश्मीर में कड़े जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक मेहराज मलिक की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शनकारियों एवं सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झड़पों और 80 से अधिक लोगों को हिरासत में लेने के बाद बृहस्पतिवार को डोडा जिले और आसपास के इलाकों में तनाव व्याप्त हो गया।

अधिकारियों ने बताया कि 2024 के विधानसभा चुनाव में डोडा सीट से 4,500 से ज़्यादा वोट से जीतने वाले मलिक को सोमवार को सार्वजनिक व्यवस्था भंग करने के आरोप में जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत हिरासत में लिया गया था। इसके बाद उन्हें कठुआ ज़िला जेल में रखा गया।

इसी से संबंधित में बृहस्पतिवार को श्रीनगर के सर्किट हाउस में जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह से मिलने से रोक दिया गया।

मलिक के खिलाफ की गई कार्रवाई को लेकर विरोध प्रदर्शन करने से रोकने के लिए सांसद को परिसर में ही हिरासत में ले लिया गया था।

डोडा-किश्तवाड़-रामबन रेंज के उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) श्रीधर पाटिल की अध्यक्षता में पुलिस ने बुधवार शाम को डोडा में शांति समिति की बैठक आयोजित की ताकि क्षेत्र में शांति हो और सामान्य स्थिति बहाल हो सके।

डोडा जिले में बृहस्पतिवार को लगातार तीसरे दिन निषेधाज्ञा लागू रही, जहां एहतियात के तौर पर मोबाइल इंटरनेट और वाईफाई सेवाएं निलंबित रहीं।

प्रशासन ने सोमवार को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लागू कर बिना पूर्व अनुमति के लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया।

पाटिल ने चेनाब घाटी के लोगों को आश्वासन दिया कि स्थिति लगभग नियंत्रण में है और जल्द से जल्द पूर्ण सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास जारी हैं।

कथित प्रशासनिक मनमानी को लेकर तनाव के बीच डोडा शहर, भद्रवाह, गंडोह और थाथरी के आसपास भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सरकारी कार्यालयों के पास कांटेदार तार लगाए गए हैं।

पुलिस वाहनों ने क्षेत्र में गश्त की और निवासियों से घरों के अंदर रहने की अपील की।

श्रीनगर में पुलिस की कार्रवाई में अब्दुल्ला और सिंह को एक बंद गेट से अलग किया गया और इसे अब्दुल्ला ने संविधानिक मूल्यों पर सीधा हमला करार दिया।

पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने डोडा की स्थिति को बेहद परेशान करने वाला बताया और मलिक की हिरासत के बाद पैदा हुई अशांति से निपटने के प्रशासन के तरीके की आलोचना की। (भाषा)


अन्य पोस्ट