ताजा खबर

केंद्रीय चुनाव आयोग बिहार में वोटर लिस्ट संशोधन के लिए स्पेशल इंटेंसिव रिवीज़न (एसआईआर) यानी मतदाता पुनरीक्षण अभियान चला रहा है.
चुनाव आयोग ने रविवार को कहा कि उसे एसआईआर के तहत 91. 69 प्रतिशत मतदाताओं के एन्यूमरेशन फ़ॉर्म मिल गए हैं. चुनाव आयोग ने कहा, "36 लाख मतदाता अपने पते पर नहीं पाए गए हैं."
चुनाव आयोग ने 24 जून को एसआईआर का आदेश दिया था. चुनाव आयोग ने कहा था कि 25 जुलाई से पहले बिहार के सभी 7.8 करोड़ पंजीकृत मतदाताओं को एन्यूमरेशन फ़ॉर्म जमा कराने होंगे.
रविवार को चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक़
- 7.89 करोड़ कुल मतदाताओं में से अब तक 7.24 करोड़ मतदाताओं के फ़ॉर्म प्राप्त हो चुके हैं
- 22 लाख (2.83 फ़ीसदी) मतदाता ऐसे हैं जो मर चुके हैं
- 36 लाख मतदाता अपने पते पर नहीं पाए गए हैं
- 7 लाख (0.89 फ़ीसदी) लोग ऐसे हैं जिनका नाम दूसरी जगह के वोटर लिस्ट में भी है
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) समेत बिहार के तमाम विपक्षी दल चुनाव आयोग के इस फ़ैसले का विरोध कर रहे हैं.
इस प्रक्रिया के तहत लिस्ट का ड्राफ़्ट एक अगस्त को शेयर किया जाएगा. वहीं अंतिम सूची 30 सितंबर को जारी होगी.
बिहार में इस साल के आख़िर में विधानसभा चुनाव होने हैं. (bbc.com/hindi)