ताजा खबर

'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बिलासपुर, 8 जुलाई । मानसून के दौरान भी ट्रेनों का सफर सुरक्षित और बिना किसी रुकावट के जारी रहे, इसके लिए रेलवे ने कई इंतज़ाम किए हैं।
रेलवे प्रशासन ने बताया कि बरसात में ट्रैक पर पानी न रुके, इसके लिए सभी सेक्शनों में साइड ड्रेन और कैच वाटर ड्रेन की साफ-सफाई कराई जा रही है। इससे बारिश का पानी जल्दी निकल जाए और ट्रैक पर असर न पड़े।
इसके साथ ही पूरे मंडल में पहले से असुरक्षित माने गए 15 जगहों पर स्टेशनरी पेट्रोलिंग और 29 जगहों पर मोबाइल पेट्रोलिंग टीम 24 घंटे निगरानी कर रही है। अगर कहीं भी आपात स्थिति बने, तो तुरंत ठीक करने के लिए रेल वैगन पर जरूरी सामान और मटेरियल रिजर्व रखा गया है।
18 रेलवे अंडरपास पर पानी भराव की लगातार निगरानी के लिए कर्मचारी तैनात किए गए हैं। साथ ही, जल निकासी के लिए पंपिंग सेट और दूसरी ज़रूरी मशीनें भी तैयार रखी गई हैं, ताकि तुरंत पानी निकाला जा सके।
तूफान या तेज़ बारिश में पेड़ गिरने से ट्रैक को नुकसान न हो, इसके लिए पेड़ों की छंटाई और सफाई कराई गई है। जिन जगहों पर ट्रैक सर्किट हैं, वहां भी विशेष नालियों का इंतजाम किया गया है और कर्मचारियों को सावधानी से काम करने की हिदायत दी गई है।
रेलवे ने मानसून से पहले समपार फाटकों, पुलों, पटरियों, सिग्नल सिस्टम और अन्य ज़रूरी उपकरणों का भी निरीक्षण और रख-रखाव किया है, जिससे बारिश के दौरान भी ट्रेनें सुचारू रूप से चल सकें।
रेल प्रशासन का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा उनकी पहली प्राथमिकता है, और वे मानसून जैसी चुनौतीपूर्ण स्थिति में भी रेल सेवाओं को समय पर, सुरक्षित और निर्बाध बनाए रखने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।