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अंग्रेज़ी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस ने भारत के थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे के चीन पर दिए गए बयान को प्रमुखता से जगह दी है. जनरल नरवणे ने बुधवार को कहा था कि इस क्षेत्र में चीन का ख़तरा कम नहीं हुआ है जबकि पूर्वी लद्दाख में कई विवादित इलाक़ों से सैनिकों की आंशिक वापसी हुई है.
जनरल नरवणे का यह बयान तब आया है, जब दोनों देशों के सैन्य कमांडर बुधावार को सीमा पर जारी गतिरोध को सुलझाने के लिए 14वें चरण की वार्ता के लिए आमने-सामने हुए थे.
15 जनवरी को सेना दिवस से पहले पत्रकारों से बात करते हुए जनरल नरवणे ने कहा कि एक जनवरी को चीन ने अपना लैंड बाउंड्री लॉ लागू किया है लेकिन भारत इसे मानने के लिए बाध्य नहीं है.
जनरल नरवणे ने कहा, ''चीन के लैंड बॉर्डर लॉ की द्विपक्षीय रिश्तों में कोई जगह नहीं है. हम इसे स्वीकार नहीं करते हैं. भारत और चीन के बीच पहले से ही कई समझौते हैं. हम उनके किसी नए क़ानून को लेकर बाध्य नहीं हैं.''
जनरल नरवणे ने कहा, ''लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ टकराव को ख़त्म करने में आंशिक सफलता ज़रूर मिली है, लेकिन इसके बावजूद उत्तरी सीमा पर ख़तरा किसी तरह से कम नहीं हुआ है.'' (bbc.com)


