कोण्डागांव

एक दिवसीय जैविक नियंत्रण कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन
27-Mar-2022 6:33 PM
एक दिवसीय जैविक नियंत्रण कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कोण्डागांव, 27 मार्च। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिको की ओर से विकासखंड फरसगांव के ग्राम कोसागांव में जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए आदिवासी उपयोजना अखिल भारतीय जैविक नियंत्रण अनुसंधान परियोजना के तहत एक दिवसीय जैविक नियंत्रण कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में ग्रामीण अंचलो में शिविर के माध्यम से कृषकों को उन्नत जैविक खेती के विभिन्न आयामों की जानकारी व जैविक किट नियंत्रण की विभिन्न विधियों से कृषकों को अवगत कराया गया। इसके तहत इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कीट विज्ञान की प्रमुख डॉ. जयालक्ष्मी गांगुली द्वारा कृषकों को विभिन्न प्रकार के जैव उर्वरक, जैविक खाद, व जैविक कीटों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दिया गया। इसके साथ ही जैविक नियंत्रण ट्राईकोकार्ड के माध्यम से किया जाने का प्रदर्शन किसानों को दिखाया गया और कम लागत में प्रकाश प्रपंच द्वारा किट नियंत्रण बायोजेंटस उत्पादन के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गर्ह। 

इसके तहत केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. ओमप्रकाश ने जैविक नियंत्रण और कीटों के द्वारा होने वाले लाभ और हानि के बारे में सारगर्भित जानकारी दी गई। केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. हितेश मिश्रा ने किसानों को जहरीली रसायन के उपयोग का मनुष्य व पशु के शरीर में होने वाले केंसर आदि दुष्प्रभावों के बारे में बताया मृदा वैज्ञानिक डॉ. बिंदिया पैंकरा ने रासायनिक खाद से मृदा की उर्वरता नष्ट होने की जानकारी दी। इस कार्यक्रम में विभाग प्रमुख डॉ. गांगुली के द्वारा एंटोमोपैथोजेनिक क्रीमी की जाँच के लिए कोसागांव, चिचाड़ी, व पासंगी में किसानों से मृदा का नमूना लिया गया। यह क्रीमी जैविक नियंत्रण के रूप में मृदा जनित कीड़े जैसे सफ़ेद ग्रब दीमक के नियंत्रण हेतु उपयोग में लाया जा सकेगा साथ ही इस कार्यक्रम में किसान मित्र चनऊ राम नेताम सहित ग्रामीणों ने हिस्सा लिया।


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