कोण्डागांव

कोण्डागांव, 23 मार्च। विश्व में जल के महत्व को समझाने के लिए विश्व जल दिवस मनाया जाता है। इसी कड़ी में 23 मार्च को संकुल केंद्र बड़ेबेंदरी में मुख्य अतिथि हेमलता पटेल, आरएचओ कार्यक्रम अध्यक्ष बी आर तुरकर, प्रधान अध्यापक उच्च प्राथमिक शाला मुरारीपारा के विशिष्ट अतिथि मदन कुमार सोनेवरा, प्रधानाध्यापक हाई स्कूल बड़ेबेंद्री पवन कुमार साहू, प्रधानाध्यापक प्राथमिक शाला मुरारीपारा बड़ेबेंदरीए धनपत नेताम, प्रधानाध्यापक उच्च प्राथमिक शाला बायकपदर डिग्लेश्वरी नेताम, प्रधानाध्यापक कोटवारपारा उत्तरा साहू, शिक्षिका गायत्री ध्रुव, शिक्षिका व छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में विश्व जल दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने जल संरक्षण विषय पर बेहतरीन चित्र कला का प्रदर्शन किया।
जिसमें नितेश्वरी निषाद, प्रथम धनेश कुमार नेताम, द्वितीय स्थान प्राप्त किया। जिसे मुख्य अतिथि हेमलता पटेल, आरएचओ के द्वारा लेखनी भेंट कर सम्मानित किया गया। इस विषय पर मुख्य अतिथि हेमलता पटेल, प्रधानाध्यापक मदन कुमार सोनवरा, प्रधानाध्यापक बीआर तुरकर, व प्रधानाध्यापक पवन कुमार साहू ने जल संरक्षण विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विश्व धरातल के 71 भाग में जल है।
और 29 भाग पर थल है। पेड़ों के अत्यधिक कटाई के कारण जंगल मरूभूमि में बदल रहे है। जिसके कारण वर्षा जल भी कम होते जा रहे है। हम सभी को अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाकर वनों का संरक्षण करना बहुत ही आवश्यक है। इसलिए कहा गया है। वन है तो जल है और जल है कल है इसलिए हमें जल के महत्व को समझना बहुत आवश्यक है। हमें जितना जरूरत जल का पड़ता है उतना ही उपयोग करना चाहिए। अनावश्यक रूप से जल का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए।