कोण्डागांव

कब-बुलबुल के छात्र- छात्राओं को वन सुरक्षा की दी जानकारी
04-Mar-2022 8:39 PM
कब-बुलबुल के छात्र- छात्राओं को वन सुरक्षा की दी जानकारी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कोण्डागांव, 4 मार्च। शासकीय प्राथमिक शाला मुरारीपारा बड़ेबेंद्री में दहीकोंगा रेंज के रेंजर बीजन शर्मा अपनी टीम के साथ वन सुरक्षा संबंधी जानकारी देने हेतु प्राथमिक शाला मुरारीपारा पहुंचे।  प्रधानाध्यापक पवन कुमार साहू और कब- बुलबुल के छात्र-छात्राओं ने उनका तिलक लगाकर स्वागत किया।

 दहीकोंगा रेंज के रेंजर बीजन शर्मा ने, डिप्टी रेंजर हरीश यादव, वनरक्षक जगतराम कोर्राम, कब- मास्टर पवन कुमार साहू और कब- बुलबुल के छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में ग्रीष्म काल में वनों की सुरक्षा कैसे की जाए इस विषय पर विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि ग्रीष्म काल में वनों की सुरक्षा करना बहुत ही महत्वपूर्ण है। वर्तमान में महुआ का उत्पादन शुरू हो गए हैं। और ग्रामीण जन महुआ बीनने हेतु आसपास के जंगलों में आग लगा देते है। जिससे छोटे-छोटे पौधों के साथ-साथ अनेक प्रकार के जीव जंतु आग के चपेट में आकर जलकर मर जाते है। जंगली पशु, पक्षियों के आवास नष्ट हो जाते है। इनके साथ साथ वनों में आग लगाने से पर्यावरण प्रदूषण बढ़ जाता है, इसलिए हमें वनों को जलाना नहीं चाहिए, बल्कि आग लगने से बचाना चाहिए, व महुआ बिनने के लिए कपड़ा और जाली का उपयोग करना बेहतर होगा। जिससे पेड़- पौधों, जीव- जंतुओं को भी नुकसान नहीं होगा और जो पत्ते पेड़ के नीचे  गिरे रहेंगे वह बरसात के दिनों में सड़ कर प्राकृतिक खाद बन जाते है। जो पौधों के विकास में सहायक होते हैं।

 डिप्टी रेंजर हरीश यादव, वनरक्षक जगत राम कोर्राम ने भी कब-बुलबुल के छात्र- छात्राओं को जानकारी देते हुए कहा कि वन है तो जल है और जल है तो कल है। इसलिए हमें वनों को बचाना बहुत ही आवश्यक है।

 कब- मास्टर पवन कुमार साहू ने कहा कि वनों की सुरक्षा को अपना प्रथम कर्तव्य समझते हुए। कब- बुलबुल के छात्र - छात्राओं के साथ मिलकर ग्रीष्म काल में वनों को सुरक्षित रखने हेतु सतत प्रयास करने का संकल्प लिया।


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