कांकेर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चारामा, 2 जुलाई। समर्पित संस्था द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक की जमाकर्ता शिक्षा व जागरुकता कार्यक्रम के चौथे चरण के अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन एक जुलाई को ब्लॉक- चारामा के शासकीय शहीद गेंदसिंह कॉलेज जिला कांकेर में किया गया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बैंक उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों एवं उनके हितार्थ वित्तीय योजनाओं के प्रति जागरुक करना था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में जिला लीड बैंक अधिकारी जी.एस. राणा एवं शासकीय शहीद गेंदसिंह कॉलेज के प्राचार्य डॉ. के. के. मरकाम व उप प्राचार्य डॉ.आयशा कुरैशी उपस्तिथ थे।
मुख्य अतिथि श्री राणा ने कहा कि वित्तीय शिक्षा वर्तमान समय कि महत्वपूर्ण आवश्यकता है, क्यों कि वित्तीय समझ से व्यक्ति अपनी व परिवार की आर्थिक व्यवस्था को सुव्यवस्थित कर सकता है। उन्होंने कहा कि बैक से जुड़ा प्रत्येक व्यक्ति का यह अधिकार है कि वह अपने जमा धन व निवेश की विस्तृत जानकारी बैंक प्रबंधन से प्राप्त कर सकता है और यदि बैंक प्रबंधन जानकारी नहीें देता है तो उसे तत्काल बैंकिंग लोकपाल से संपर्क करना चाहिये।
श्री राणा ने उपस्थित प्रतिभगियों के उत्साह को देखते हुए कहा कि वित्तीय मामलों की जानकारी के प्रति आम नागरिकों की यह ललक इस बात का परिचायक है कि अब समाज में व्यापक बदलाव आने वाला है।
कार्यक्रम के उद्देश्य के विषय में जानकारी देते हुये समर्पित संस्था के अध्यक्ष डॉ.संदीप शर्मा ने बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक से जुड़े उपभोक्ताओं के सामने आने वाली विभिन्न परेशानियों को देखते हुये उन्हें जागरुक करने के लिये जमाकर्ता शिक्षा और जागरुकता कार्यक्रम की शुरुआत की है। उन्होंने बताया कि जमाकर्ता अपने अधिकार और वित्तीय शिक्षा के प्रति अज्ञानता के कारण ही लगातार चिटफंडकंपनी ,ऑनलाइन शॉपिंग, दूरभाष में ए.टी.एम.की जानकारी आदि माध्यमों से ठगी का शिकार हो रहा है। इन सभी को ध्यान में रखते हुये कार्यशाला के माध्यम से बैंक उपभोक्ताओं को जागरुक बनाया जा रहा है। इस कार्यशाला में कॉलेज के छात्र/छात्राए लोगों को शामिल किया गया ताकि वित्तीय शिक्षा का प्रसार जमीनी स्तर पर हो सके। डॉ.संदीप शर्मा ने बताया कि इस कार्यक्रम के लिये भारतीय रिजर्व बैंक ने पूरे देशभर से मात्र 20 संस्थाओं का चयन किया है और उसमें से समर्पित संस्था एक है।
साथ ही इस कार्यक्रम के लिए चयनित होने वाली समर्पित संस्था छत्तीसगढ की एक मात्र संस्था है।
कार्यशाला में मास्टर ट्रेनर हितेश मिश्रा व कार्तिक बांधेकर ने बैंक खाता खुलवाने, उसका संचालन, बचत योजना, वित्त का प्रबंधन, के.वाय.सी. प्रक्रिया, बैंक ऋण, ऋण संबंधित उपभोक्ताओं के अधिकार, जमाकर्ताओं के अधिकार, बैंकिंग लोकपाल, चिटफंड कंपनियों, नान बैंकिंग फाइनेंसकंपनी, डिजीटल बैंकिंग, वरिष्ट व विकलांग उपभोक्ताओं के लिये भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा उपलब्ध सुविधायें आदि की विस्तृत जानकारी उपस्तिथ लोगों को दी।
इस कार्यशाला को सफल बनाने में संस्था के समन्वयक पी.एल.खैरवार, निमेश साहू, घनश्याम शुक्ला, महेंद्र कौशिक,नवीन पटेल, पंकज यदु, सुष्मिता सिन्हा, यशवंती यादव, कौशल मांझी, हंसा अंचला आदि का सराहनीय योगदान रहा। उक्त जानकारी संस्था के समन्वयक पी.एल.खैरवार ने दी।