जशपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 30 अप्रैल। जशपुर जिले के पत्थलगांव के तिरसोंठ में रेलवे का सर्वे करने आये कर्मचारियों को सर्वे करने में बाधा उत्पन्न करने के आरोप में भारत मुक्ति मोर्चा के नेता रूपनारायण एक्का और उनके साथी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने रूपनारायण एक्का के विरुद्ध सरकारी काम में बाधा उतपन्न करने का आरोप लगाया है। दरअसल, रेलवे के अधिकारी मंगलवार को क्षेत्र का सर्वे करने आये थे, इसी बीच रूपनारायण एक्का ग्रामीणों के साथ अधिकारियों के पास पहुंच गया और पांचवीं अनुसूची नियमों का हवाला देते हुए अधिकारियों को यह बोलने लगा कि यहां न तो सरकार की चलेगी न तो कलेक्टर की । इस बात को लेकर रेलवे के अधिकारियों के साथ गए पत्थलगांव तहसीलदार और जिले के एडिशनल एसपी के साथ रूपनारायण एक्का की जमकर बहस हुई और इसका वीडियो सोशल मीडिया में ट्रेंड होने लगा। वीडियो वायरल होने के बाद पत्थलगांव पुलिस ने बुधवार को रूपनारायण एक्का और साथी को गिरफ्तार कर लिया है ।
पुलिस के अनुसार मामला इस प्रकार है कि प्रार्थी तहसीलदार बागबहार श्री कृष्ण मूर्ति दीवान ने थाना पत्थलगांव में रिपोर्ट दर्ज कराया कि यह अपनी टीम के साथ 29 अप्रैल को धरमजयगढ़-पत्थलगांव-लोहरदगा रेल्वे लाईन की शांतिपूर्ण सर्वे हेतु प्रात: 8 बजे कानून व्यवस्था ड्यूटी में ग्राम तिरसोंठ गये थे, उक्त सर्वे में रेल्वे के अधिकारी एवं उसके स्टॉफ भी थे, अधिकारियों द्वारा अपना कार्य शुरू किया गया था उसी दौरान वहां मौजूद रूपनारायण एक्का एवं उसके अन्य साथियों द्वारा बीच में सर्वे कार्य को धमकी देकर रोकते हुये कहा गया कि भारत माला प्रोजेक्ट के अंतर्गत इनकी जमीन प्रशासन द्वारा अधिग्रहित कर लिया गया है, अब रेल्वे विभाग भी जमीन अधिग्रहित करना चाहती है, हमलोगों को पूर्व का मुआवजा नहीं मिला है, रेल्वे विभाग से भी मुआवजा नहीं मिलेगा कहकर ग्रामीणों को अधिकारियों के विरूद्ध बरगलाते हुये उकसाया गया। मौके पर मौजूद अधिकारियों द्वारा उनसे कहा गया कि अभी सिर्फ सर्वे का कार्य चल रहा है, जमीन अधिग्रहित नहीं की जा रही है, फिर भी वे लोग आवेष में आकर प्रशासन के विरूद्ध नारेबाजी करने लगे।
कुछ देर बाद पुन: रूपनारायण एक्का द्वारा साथियों के साथ वहां आकर सर्वे कार्य को रोकने की धमकी दिया गया और कहा कि यहां पर कलेक्टर का आदेश नहीं चलता है और राज्य सरकार व केन्द्र सरकार का कानून नहीं चलने देंगें, यहां सिर्फ हमारा कानून चलता है। हमलोग तुम लोगों को नोटिस देकर आदिवासी पंचायत में बुलायेंगें और कांजी हाउस में बंद कर देंगे कहते हुये हुज्जतबाजी कर हाथापाई करने लगे। प्रार्थी की उक्त रिपोर्ट पर थाना पत्थलगांव में धारा 121(1), 132, 221, 223 बी.एन.एस. का अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
उक्त गंभीर मामले की एएसएसपी श्री शशि मोहन सिंह द्वारा स्वयं मानीटरिंग की जा रही थी, प्रकरण में अपराध दर्ज होते ही आरोपियों की तत्काल पतासाजी कर गिरफ्तारी के निर्देश दिये गये थे। पुलिस टीम को आज प्रात: में मुखबीर से सूचना मिला कि उक्त आरोपी अंबिकापुर की ओर भाग रहा है, इस पर सरगुजा पुलिस को सूचित करते हुये सीतापुर-बतौली के पास नाकाबंदी की गई एवं भाग रहे रहे आरोपी को बतौली के पास से दबोचा गया। पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर प्रकरण का आरोपी रूपनारायण एक्का गिड़गिड़ाता रहा। दूसरे आरोपी सुनील खलखो को उसके निवास से गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपी के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने पर उन्हें 30 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया है।
एसएसपी जशपुर शशि मोहन सिंह ने कहा है कि शासकीय कार्य में बाधा डालने वाले 7 आरोपियों के विरूद्ध अपराध दर्ज किया गया है। कानून व्यवस्था के प्रश्न पर किसी को व्यवस्था की चुनौती देने की इजाजत नहीं दी जाएगी।