जशपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 22 सितम्बर। एक ओर जहां कांसाबेल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ के विरुद्ध तहसीलदार द्वारा कलेक्टर को जांच रिपोर्ट भेजने के बाद कार्रवाई लंबित है, वहीं दूसरी ओर बगीचा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में व्याप्त अनियमितता एवं अव्यवस्था की शिकायत पर अब तक प्रशासन ने न तो जांच शुरु की और न तो कोई कार्रवाई हुई है जिसको लेकर नगर पंचायत के पार्षद, जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों ने मिलकर नगर बंद का आह्वान करते हुए जल सत्याग्रह का आगाज किया है। 22 सितंबर को बगीचा नगर बंद कर डोडक़ी नदी में जल सत्याग्रह का कार्यक्रम सुनिश्चित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि नगर पंचायत बगीचा के वार्ड पार्षदों ने बगीचा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अनियमितता को लेकर कलेक्टर से शिकायत की थी जिसमें अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
यह थी शिकायत
नगर पंचायत बगीचा के पार्षद मधुसुदन भगत ने,कलेक्टर डा रवि मित्तल को 21 सितंबर तक कार्रवाई न होने पर, 22 सितंबर से, नगर के पास प्रवाहित होने वाली डोडक़ी नदी में जल सत्याग्रह की चेतावनी दी थी। दरअसल बगीचा के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में अव्यवस्था और आर्थिक गड़बड़ी की शिकायतें लगातार की जा रही हैं। लेकिन, प्रशासनिक अधिकारी, ना तो इन मामलों की जांच करा रहें हैं और ना ही कोई कार्रवाई हो रही है। पार्षद मधुसूदन भगत ने बताया कि बीएमओ डॉ सुनील लकड़ा और बीपीएम सूर्यकांत गुप्ता को बगीचा से हटाने के लिए 14 जुलाई 2023 को ज्ञापन सौंपा गया था।
इस पर कलेक्टर ने 15 दिन में जांच के उपरांत कार्रवाई का आश्वासन दिया था। लेकिन सवा महिना से अधिक का समय गुजर जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। इस पर स्थानीय नगरवासियों के साथ 4 सितंबर को धरना का आयोजन किया गया था। जिस पर एसडीएम बगीचा ने 15 दिन का समय कार्रवाई के लिए मांगा था। लेकिन, 15 दिन से अधिक का समय गुजर जाने के बाद भी अब तक मामले में जांच और कार्रवाई नहीं हो सकी है। इससे, नाराज नगरवासियों ने पूर्व सूचना के अनुसार 22 सितंबर को जल सत्याग्रह करने का निर्णय लिया है। पार्षद ने बताया कि अपनी मांग को लेकर नगरवासी, डोडक़ी नदी में उतर कर, सुबह से लेकर शाम तक धरना देंगे।
यह है विवाद का कारण
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अव्यवस्था, गड़बड़ी और आंदोलन को लेकर बीते 6 महीने से लगातार सुर्खियों में बनी हुई है। पार्षद मधुसुदन भगत सहित आंदोलनकारियों का आरोप है कि बगीचा के बीएमओ सुनील लकड़ा और बीपीएम सूर्या गुप्ता के कारण अस्पताल में अव्यवस्था व्याप्त है। पोषण पुर्नवास केन्द्र में, कुपोषित बच्चों का ठीक से इलाज नहीं हो पा रहा है न तो उन्हें की मांग की। उचित पोषण आहार मिल रहा है। यहां के पदस्थ कर्मचारियों को कांसाबेल भेज कर, चेहतों की पदस्थापना कर दी गई है। बीते दिनों अस्पताल में लाखों के चोरी हुए मशीन के मामले में अब तक एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई है। डीएमएफ मद से निर्मित अधूरे भवन का उद्घाटन करा दिया गया जिसमें भी कई गड़बडिय़ां है। इनकी शिकायत विभाग के साथ कलेक्टर से करने के बाद भी जांच और कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिसको लेकर कल बगीचा नगर बंद किया जाएगा। नगर पंचायत उपाध्यक्ष प्रमोद गुप्ता, पार्षद मधुसूदन भगत, बलराम नागेश, गीता सिन्हा, कांति, प्रेरणा, शोभिका जायसवाल, रामनिवास गुप्ता, बैजनाथ गुप्ता, गुड्डू मिश्रा समेत रामप्रसाद, दुर्गेश समेत अन्य नागरिकों ने नगर में घूमकर व्यवसायियों से नगर के हित मे नगर बंद का समर्थन करने की मांग की है।


