जशपुर
रायपुर में हुए डेमो क्लास में बताया गया उपयुक्त, अब विवाद में कर दिया अनुपयुक्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 14 सितंबर। प्रतिभावान गरीब बच्चों को सरकारी खर्चे में नि:शुल्क गुणवत्तायुक्त शिक्षा के साथ इंजीनियरिंग और मेडिकल की कोचिंग दिलाने के लिए बनाई गई जशपुर की प्रयास संस्था लगातार सवालों के घेरे में है।
पहले संस्था की ओर से प्रतिभावान छात्राओं के चरित्र प्रमाण पत्र पर अच्छा नहीं है लिखकर विवादों को जन्म दिया और जब प्रमाण पत्र जनता के बीच आने और उससे हुई फजीहत से बचने के उपाए करने के बजाए संस्था ने एक ऐसे शिक्षक को नौकरी से बेदखल कर दिया, जिसे रायपुर में आदिम जाति विकास विभाग मंत्रालय में आयुक्त के समक्ष हुए डेमो क्लास में उपयुक्त बताया गया था। अब उसे ही अनुपयुक्त करार देते हुए अयोग्य घोषित कर नौकरी से बेदखल कर दिया।
प्रयास संस्थान की ओर से 2020 से कार्यरत भौतिक के शिक्षक प्रभात कुमार खुंटे को नौकरी से निकाल दिया गया है। उन्हें अयोग्य कहते हुए उनका अनुबंध समाप्त करने की बात कहते हुए उन्हें संस्थान से निकाले जाने की सूचना उन्हें 29 अगस्त को ही दे दी गई है।
द्वितीय श्रेणी का दिया हवाला
प्रयास संस्थान के प्रतिभावान विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए अपने विषय के योग्य शिक्षकों को रखने के लिए शासन की ओर से मापदंड तय किए गए हैं, जिसमें इंजीनियरिंग में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होना अनिवार्य किया गया है। लेकिन मापदंड के मुताबिक योग्य उम्मीदवार शिक्षक नहीं मिलने पर द्वितीय श्रेणी के उम्मीदवार शिक्षकों का डेमो लेकर उन्हें उपयुक्त करार देते हुए पढ़ाने के लिए अनुबंध किया गया था। ठेका सेवा से निकाल गए प्रभात खुंटे को अब अयोग्य बताते हुए नौकरी से निकाला गया है, जबकि उनसे बीते 2 वर्षों से लगातार सेवा ली गई है।
द्वितीय श्रेणी के और भी हैं शिक्षक
ठेका नौकरी से निकाल गए शिक्षक प्रभात खुंटे ने कलेक्टर जशपुर को पत्र लिखकर सेवा पुन: बहाल कराने की गुहार लगाई है। उन्होंने यह भी बताया है कि उन्होंने बेहतर सेवा देते हुए 14 विद्यार्थियों का जेईई मेन्स क्लीयर कराया था।
जानकारी यह भी मिल रही है कि प्रभात खुंटे की तरह ही और भी अन्य संकाय में कई शिक्षक हैं जो शासकीय मापदंड के विपरीत द्वितीय श्रेणी में होकर भी अपनी सेवा प्रयास संस्थान में दे रहे हैं, लेकिन मापदंड का हवाला देकर सिर्फ प्रभात को ही निकाला गया है। प्रभात के द्वारा यह कहा जा रहा है कि उस पर संस्था के प्रचार्य के द्वारा कुछ आरोप भी लगाए जा रहे हैं जो सही नहीं है।


