जशपुर
पहचान छुपाने पेट्रोल डालकर लाश जलाया, गलाने नमक भी डाला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 24 जुलाई। महंगी बाइक के शौक में 3 युवकों और 6 नाबालिगों ने मिलकर अपने ही दोस्त की हत्या कर लाश को पेट्रोल छिडक़र पहले जलाया और गलाने के इरादे से नमक भी डाला। पुलिस ने मृतक के परिजनों की शिकायत पर घटना की तफ्तीश करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया है, वहीं 6 नाबालिग आरोपियों को बाल संरक्षणगृह भेजा गया है।
जिले के नवपदस्थ एसपी डी. रविशंकर ने पत्थलगांव थाना में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए घटना के बारे में मीडिया को बताया। उन्होंने बताया कि प्रार्थी सनक साय यादव कोलढोड़ी ने थाना पत्थलगांव में 17 जुलाई को रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसका बेटा इकबाल यादव (23) 9 जुलाई की रात 8 बजे घर से बिना बताए कहीं चला गया और वापस नहीं आने पर परिजनों द्वारा पता-तलाश किया गया, पर पता नहीं चला।

चोरी की बनाई थी योजना
उक्त गुम इंसान की पतासाजी दौरान पाकपानी केरकछार निवासी नितिन बखला से पूछताछ करने पर बताया कि गुमशुदा इकबाल यादव की मोटरसाइकिल केटीएम ड्यूक बाइक को अपने अन्य 3 साथियों के सहयोग से मिलकर 7 जुलाई को चोरी करने की योजना बनाई थी।
नशे की खिलाई गोली
उक्त योजना को अंजाम देने के लिए 9 जुलाई को इकबाल यादव को मेला घुमाने के बाद अपने साथ पार्टी करने के लिए विनय भगत, नितिन बखला, वीरेंद्र बखला तथा अन्य 6 अपचारी बालक मिलकर ग्राम करमीटिकरा स्थित एक निर्माणाधीन मकान में गए और इकबाल यादव को नशे की गोली खिलाई। इकबाल यादव के बेहोश होने पर उक्त सभी आरोपीगणों द्वारा उसकी हत्या करने में तकिया और लकड़ी आदि का प्रयोग किया गया।
इकबाल यादव की हत्या करने के बाद उसके शव को मैनपाट रोड ग्राम कुमरता पहाड़ जंगल में ले जाकर फेंक दिए एवं 3 दिन बाद आरोपियों द्वारा पुन: साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से मृतक के शव को पेट्रोल डालकर जला दिए, साथ ही नमक का प्रयोग किये। आरोपियों ने मृतक के मोटरसाइकिल केटीएम ड्यूक के कलर को कांसाबेल में ले जाकर बदल दिये।
मैनपाट रोड कुमरता जंगल में शव मिलने पर गुमशुदा इकबाल यादव के परिजनों के साथ जाकर तस्दीक किया गया जो मृतक इकबाल यादव का शव होना पाया गया। आरोपियों विनय भगत (21) सुखरापारा थाना पत्थलगांव, नितिन बखला (19) पाकपानी केरकछार, वीरेंद्र बखला (19) पाकपानी थाना पत्थलगांव के विरुद्ध थाना पत्थलगांव में धारा 302, 201, 120 (बी), 379 भा.द.वि. पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।


