जान्जगीर-चाम्पा
छत्तीसगढ़' संवाददाता
जांजगीर-चांपा, 14 दिसंबर। नवागढ़ विकासखंड के पूर्व माध्यमिक शाला चौराभांठा में शनिवार को मध्याह्न भोजन ग्रहण करने के बाद 25 बच्चे फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए, जिससे स्कूल परिसर में हड़कंप मच गया।
जानकारी के अनुसार 13 दिसंबर को विद्यालय में मध्याह्न भोजन योजना के तहत राहुल स्वसहायता समूह द्वारा खीर-पूड़ी परोसी गई थी। भोजन करने के कुछ ही समय बाद बच्चों को उल्टी-दस्त और पेट दर्द की शिकायत शुरू हो गई। देखते ही देखते कई बच्चे असहज हो गए, जिसके बाद शिक्षकों और परिजनों की मदद से सभी बीमार बच्चों को नवागढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया।
चिकित्सकों के अनुसार चार बच्चों की स्थिति गंभीर बनी हुई है, जबकि शेष बच्चों की हालत फिलहाल खतरे से बाहर है। सभी बच्चों का इलाज जारी है और चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है।
नियमों के अनुसार मध्याह्न भोजन परोसने से पहले उसकी गुणवत्ता और स्वच्छता की जांच आवश्यक होती है, लेकिन इस मामले में बिना जांच के ही भोजन बच्चों को परोस दिया गया।
घटना की जानकारी मिलते ही ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर अस्पताल पहुंचे और बच्चों की स्वास्थ्य स्थिति का जायजा लिया। वहीं क्षेत्रीय विधायक ब्यास कश्यप ने भी बीएमओ से चर्चा की और बच्चों को बेहतर इलाज व सभी आवश्यक चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
बच्चों से बातचीत में यह बात सामने आई कि इससे पहले भी इसी स्वसहायता समूह द्वारा खराब गुणवत्ता का भोजन परोसे जाने की शिकायत हो चुकी थी। इसकी जानकारी मौखिक रूप से पालकों और शिक्षकों को दी गई थी, लेकिन व्यवस्था में कोई सुधार नहीं किया गया, जिसका खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ा।
जिला शिक्षा अधिकारी अशोक सिन्हा भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और बीमार बच्चों का हालचाल जाना। उन्होंने पूरे मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।


