जान्जगीर-चाम्पा
छत्तीसगढ़' संवाददाता
जांजगीर-चांपा, 7 नवंबर। जिले के सारागांव थाना क्षेत्र में संचालित एक पेट्रोल पंप से 68 लाख रुपये गबन करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने घटना के करीब 40 दिन बाद आरोपी मैनेजर नीरज साहू, उसके पिता लोचन प्रसाद साहू और भाई धीरज साहू को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार, गगन जयपुरिया का पेट्रोल पंप सारागांव थाना क्षेत्र में संचालित है। वर्ष 2022 से नीरज कुमार साहू यहां मैनेजर के रूप में कार्यरत था। मेहनती और जिम्मेदार दिखने वाले नीरज पर संचालक ने पूरा भरोसा कर लिया था।
लेन-देन से लेकर नकद जमा तक की जिम्मेदारी उसी के पास थी। लेकिन विश्वासघात की शुरुआत तब हुई जब नीरज ने पेट्रोल बिक्री और अन्य लेन-देन की राशि बैंक में जमा करने के बजाय अपने, पिता और भाई के खातों में ट्रांसफर करना शुरू कर दिया।
पुलिस के अनुसार, नीरज ने 26 जनवरी 2025 से 23 सितंबर 2025 तक लगातार पंप की रकम गबन की। बाद में वह अचानक काम छोड़कर फरार हो गया।
जब पंप संचालक ने खातों की जांच करवाई, तो 65 लाख रुपये की गड़बड़ी सामने आई। मामला गंभीर था, इसलिए इसकी रिपोर्ट बम्हनीडीह थाने में दर्ज कराई गई।
एसपी के निर्देश पर साइबर सेल और थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने जांच शुरू की और आरोपी की मोबाइल लोकेशन ट्रेस की।
लगातार 40 दिन की कोशिशों के बाद पुलिस ने नीरज को रायपुर से रायगढ़ के बीच एक ट्रेन से गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने कुल 68 लाख रुपये गबन किए, जिनमें से कुछ रकम उसने जुआ-सट्टे में उड़ा दी और बाकी अपने पिता और भाई के खातों में जमा की।
एसडीओपी यदुमणि सिदार ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में बताया कि अपने छोटे भाई को ट्रैक्टर की किस्त पटाने के लिए 50 हजार रुपये दिए थे और कुछ रकम अपने पिता के खाते में ट्रांसफर की थी।
फरारी के दौरान नीरज लगातार ट्रेनों से शहर बदलता रहा, ताकि पुलिस उसकी लोकेशन ट्रेस न कर सके। लेकिन साइबर टीम की सूझबूझ से वह पकड़ा गया।
फिलहाल तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि पुलिस गबन की रकम की वसूली और जुए में गंवाई रकम का पता लगाने में जुटी है।


